जितेंद्र उपाध्याय,सीवान. विधानसभा चुनाव के नामांकन की तिथि समाप्त होने के बाद अब सीटाें की चुनावी तस्वीर साफ होने लगी है.जिले की आठ सीटों में कमोबेश आमने -सामने की दिख रही सीधी लड़ाई को चुनावी अभियान में तेजी लाकर उम्मीदवार त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में हैं.इन चेहरों में विभिन्न दलों से भाग्य आजमानेवाले दलिय प्रत्याशियों में एक बड़ी संख्या पहली बार चुनाव लड़नेवालों की है.जिनमें से अधिकांश ने व्यवसाय व उद्यम जगत में अपनी पहचान बनाने के बाद राजनीतिक क्षेत्र में अपना अब कदम रखा है. सीवान सदर से भाजपा से चुनाव मैदान में उतरें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के लिये यह पहला विधानसभा चुनाव है.हालांकि वे लंबे समय से विधान परिषद के सदस्य है.साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं में इनका नाम आता है. बड़हरिया विधानसभा क्षेत्र से अरूण गुप्ता .राजद के सिंबल पर ये पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं.वह व्यवसाय में बड़ी पहचान बनानेवालों में से ये एक हैं.मैरवा से लेकर जिला मुख्यालय तक व्यवसाय का इनता विस्तार है.जिनके सामने जदयू से इंद्रदेव पटेल मैदान में हैं.जिनका यह पहला चुनाव है.इसी सीट से जनसुराज के टिकट पर चुनाव लड़ रहे डा.शहनवाज ने जिले में चिकित्सा जगत में बड़ी मुकाम हासिल की है. उधर जीरादेई से जदयू से चुनाव लड़ रहे भीष्म प्रताप कुशवाहा के लिये भी पहला चुनाव है.इसके पहले ये संवेदक के रूप में कार्य करते रहे हैं.साथ ही भाकपा माले के राजनीति से जुड़े रहे.बसपा से चुनाव लड़ रहे प्रमोद कुमार मल्ल के लिये भी यह पहला चुनाव है.इसके पहले मर्चेंट नेवी में इंजीनियर की नौकरी छोड़ प्रमोद ने उद्यम के क्षेत्र में कदम रखा.इस दौरान चैंबर ऑफ कॉमर्स सहित कई व्यवसायिक संस्थाओं में उच्च पद पर रहकर उद्यमियों का मार्गदर्शन भी किया.अब वे विधानसभा चुनाव में उतरकर अपना भाग्य आजामा रहे हैं.इसके अलावा जीरादेई सीट से जनसुराज के संस्थापक सदस्य मुन्ना पांडे चुनाव मैदान में व्यवसाय में बेहतर मुकाम हासिल करने के बाद अब यहां भाग्य आजमा रहे हैं.वे कृषि उपकरणों के जिले के बड़े व्यवसायी कहे जाते हैं.दरौली सीट से लोजपा के उम्मीदवार विष्णुदेव पासवान के लिए भी यह पहला चुनाव है. रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र से राजद उम्मीदवार ओसामा सहाब के लिये भी यह पहला चुनाव है.उन्हें राजनीति विरासत में मिली है.जिस विरासत को आगे बढ़ाने के लिये ये राजनीति में कदम रखे हैं.इसी सीट से जनसुराज के राहुल कीर्ति सिंह भी पहली बार भाग्य आजमा रहे हैं.उन्हाेंने भी व्यवसाय से राजनीति में कदम रखा है.यहां के जदयू उम्मीदवार विकास कुमार सिंह उर्फ जीशु सिंह के लिये भी पहला चुनाव है.उधर महाराजगंज सीट से चुनाव मैदान में उतरे विशाल जायसवाल के लिये भी यह पहला चुनाव है.राजनीति उन्हें भी भले ही विरासत में मिली है, लेकिन उद्यम के क्षेत्र में इनके भी बेहतर कदम रहे हैं.गोरेयाकोठी से चुनाव मैदान में उतरे अनवारूल हक के लिये भी यह पहला चुनाव है.राजद के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे अनवारूल को ऐसे तो राजनीति विरासत में मिली है,पर उनकी भी व्यवसाय के क्षेत्र में पुरानी पहचान है.खास बात यह है कि जनसुराज के लिये जहां पहला चुनाव है,वहीं उनके उम्मीदवारों के लिये भी विधानसभा चुनाव की पहली कोशिश है.हालांकि इसके सिंबल पर चुनाव लड़नेवाले प्रमुख चेहरे राजनीति के क्षेत्र के बड़े धुरंधर रहे हैं.
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