प्रतिनिधि, सीवान. सिविल कोर्ट के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहित कुमार ने आठ मार्च को राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों के निस्तारण में सर्वोच्च योगदान देने के लिए न्यायाधीश के साथ विधिक स्वयंसेवियों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. बुधवार को अपने कार्यालय में आयोजित सीजीएम स्तर के न्यायिक पदाधिकारी के साथ जिला न्यायाधीश ने बैठक की तथा आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए रणनीति भी तैयार करने का निर्देश दिया. इस अवसर पर आठ मार्च को राष्ट्रीय लोक अदालत में 14 न्यायिक बेंच का मामलों के निस्तारण के लिए गठन किया गया था. उसमें प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी आशुतोष गौतम एवं प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी कमलेश कुमार की बेंच ने सर्वाधिक 83 एवं 73 आपराधिक मामलों का निबटारा किया था. प्रधान जिला न्यायाधीश ने उनके इस उपलब्धि को लेकर उन्हें मोमेंटो देकर सम्मानित किया. राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रचार प्रसार कार्य में लगे पांच पारा विधिक स्वयंसेवियों को भी प्रधान जिला न्यायाधीश ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एसके पांडे ने पांच विधिक स्वंय सेवियों उपेंद्र कुमार, आशुतोष कुमार पांडे, वंदना कुमारी, रोहित राम, अनिता कुमारी एवं मिथुन कुमार राम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सुनील कुमार सिंह भी उपस्थित थे. प्रधान जिला न्यायाधीश ने कहा की न्यायाधीश ने अपने कर्तव्य को समझते हुए अपने सर्वोच्च योगदान देकर मामलों का निस्तारण में सहयोग किया इसलिए वे सम्माननीय है विधिक स्वयंसेवकों ने प्रचार प्रसार में सबसे अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई इसलिए वे विशिष्ट सम्मान के पात्र हैं. इस अवसर पर सीजेएम स्तर के न्यायिक पदाधिकारी व लोक अदालत के पेशकार उपस्थित थे.
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