प्रतिनिधि, गुठनी. दरौली विधानसभा क्षेत्र के लगभग दो हजार बुजुर्ग वोटरों का नाम मतदाता सूची से कटेगा.सत्यापन में यह मामला सामने आया. इसी क्रम में लगभग डेढ़ हजार ऐसे वोटर मिले हैं जो उम्र का शतक के करीब पहुंच चुके हैं. निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार दरौली विधानसभा क्षेत्र में 90 वर्ष और उससे अधिक आयु वाले मतदाताओं का गहन सत्यापन पांच फरवरी से डोर टू डोर हो रहा है. बीएलओ को सत्यापन की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. मतदाता सूची में दर्ज 90 वर्ष अथवा उससे ऊपर के निर्वाचकों का बीएलओ विभाग के द्वारा जारी एप के माध्यम से कर रहे हैं. निर्वाचकों के सत्यापन के बाद उसकी तस्वीर भी बीएलओ को लेनी पड़ रही है. उस तस्वीर को एप के जरिए उम्र और नाम के साथ अपलोड करना अनिवार्य कर दिया गया है. सत्यापन के क्रम में निर्वाचकों की जन्मतिथि की जांच हो रही है. यदि जन्मतिथि में किसी प्रकार की त्रुटि है बीएलओ सत्पापन के दौरान उसका सुधार कर एप पर अपलोड भी कर रहे है. 90 वर्ष और उसके ऊपर के निर्वाचकों की आयोग के निदेशानुसार विशेष रूप से जांच की जा रही है. प्रपत्र 07 और 08 भरवाया जा रहा है. जांच के बाद पूरी सूचना और तस्बीर के साथ एप पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है. गुठनी प्रखंड निर्वाचन पदाधिकारी सह बीडीओ डॉ संजय कुमार ने भी सभी बीएलओ को हर स्तर से जांच करने को कहा है. नगर पंचायत सहित सभी दस पंचायतों क्षेत्रों में वर्तमान में 90 वर्ष से अधिक उम्र वाले कुल 1582 मतदाता हैं. जिनमें गुठनी प्रखंड में 438, दरौली प्रखंड में 658 और आंदर प्रखंड में कुल 486 मतदाता शामिल हैं. जिलाधिकारी से मिले मार्गदर्शन के मुताबिक गुठनी प्रखंड के उप निर्वाचन पदाधिकारी सह बीपीआरओ कुमार कार्तिकेन ने 25 फरवरी तक सत्यापन का कार्य पूरा कर लेने का समय निर्धारित कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार बीएलओ ने 22 फरवरी तक 90 साल से अधिक आयु के 304 वोटरों का फॉर्म -7 जमा किया है. दरौली विधान सभा में 90 साल से अधिक उम्र के इतने वोटर मृत हो गये है. अनुमान लगाया जा रहा है कि इनकी मृत्यु हो चुकी है. इस संबंध में बीएलओ की तहकीकात करने पर उनके परिजनो ने यह जानकारी दी है. कम हो सकती है एक हजार वोटरों की संख्या सत्यापन के दौरान लगभग 922 वोटरों की उम्र 90 साल से कम होने की जानकारी मिली है. प्रपत्र 8 के माध्यम से यह बात सामने आयी कि वोटर कार्ड में आयु गलत थी. आधार कार्ड से मिलान के बाद वोटर कार्ड में अधिक उम्र दर्ज पायी गयी है. 25 फरवरी तक सत्यापन होगा, जिसके बाद 90 साल से अधिक उम्र के लगभग एक हजार वोटरों की संख्या में कमी होनें का अनुमान है. इसके बाद ही 90 साल से अधिक उम्र के वास्तविक वोटरों के बारे में पता चलेगा. मतदाता सूची एक अप्रैल के आधार पर जारी की जायेगी बिहार में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होना हैं चुनाव के पहले इस साल की मतदाता सूची का पहला अपडेशन पहली अप्रैल के आधार पर जारी किया जायेगा. नयी मतदाता सूची में एक अप्रैल को 18 वर्ष आयु पूरा करने वाले मतदाताओं का नाम शामिल होगा. एक अप्रैल के बाद भी 18 वर्ष पूरा करने वाले मतदाताओं के आवेदन पत्र स्वीकार किये जायेगे. इस आधार पर नयी मतदाता सूची कों अपडेट कर दिया जायेगा. इधर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद 90 वर्ष और उससे ऊपर की आयु के सभी मतदाताओं का सत्यापन का काम दरौली विधान सभा में अंतिम चरण में है.
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