प्रतिनिधि, सीवान. पशु स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम अंतर्गत जिले में गाय जाति के पशुओं को लंपी व त्वचा रोग से बचाव को लेकर मुफ्त टीका लगाया जायेगा. ताकि पशुओं को विभिन्न प्रकार की बीमारियां मुख्यतः लंपी जैसे गंभीर बीमारियों को बचाना है. जिला पशुपालन पदाधिकारी अहशन होदा ने बताया कि जिला के सभी गाय जाति के पशुओं का टीकाकरण किया जाना है. पशुपालन विभाग के अनुसार वैसे सभी गाय जाति के पशुओं का टीकाकरण किया जाना है. जिनकी उम्र 4 माह से अधिक है और वे स्वस्थ हैं. इसके लिए विभाग की ओर से जिला को टीका उपलब्ध करा दिया गया है. 4 लाख 46 हजार गायों का होगा टीकाकरण जिला पशुपालन पदाधिकारी के मुताबिक जिले में 4 लाख 46 हजार गाय हैं. जिसका टीकाकरण किया जाना है. जिन पशुओं का इयर टैगिंग किया जा चुका है. सबसे पहले उनका वैक्सीनेशन होगा. जिन पशुओं को इयर टैग नहीं किया गया है. उनको टैग लगाए जाने के बाद ही टीकाकरण का कार्य किया जायेगा. 20 दिनों तक चलेगा टीकाकरण कार्यक्रम बताते चलें कि टीकाकरण कार्यक्रम 25 अप्रैल से शुरू हो सकता हैं. पशुपालन विभाग की माने तो लंपी बीमारी से ग्रस्त पशु में कमजोरी आ जाती है. शरीर पर उभार निकल जाते है एवं उनकी उत्पादकता बेहद कम हो जाती है. इसीलिए भारत सरकार के निर्देश पर जिला के प्रत्येक गांव में घर-घर जाकर मुफ्त टीकाकरण गाय जाति के पशुओं को किया जाना है. इसके लिए सभी प्रखंडों में टीका कर्मियों की मदद ली जायेगी. क्या होता है लंपी वायरस लंपी स्किन डिजीज को ‘गांठदार त्वचा रोग वायरस’ भी कहा जाता हैं. वहीं, शार्ट में (एलएसडीभी ) कहा जाता है. यह एक संक्रामक बीमारी है, जो एक पशु से दूसरे पशु को होती है. आसान शब्दों में कहें तो संक्रमित पशु के संपर्क में आने से दूसरा पशु भी बीमार हो सकता है. यह बीमारी पॉक्सवायरस नामक वायरस के चलते होती है. इस वायरस का संबंध गोट फॉक्स और शीप पॉक्स वायरस के फैमिली से है. जानकारों की मानें तो मच्छर के काटने और खून चूसने वाले कीड़ों के जरिए यह बीमारी मवेशियों को होती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

