सीवान : नौतन थाने के पांडेयपुर गांव में मंगलवार की शाम आरोपियों के परिवार के लोगों ने अपहरण के दो गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस पर हमला कर छुड़ा लिया. आरोपियों ने जब गांव में ताडंव मचाना शुरू किया तब एएसआई विनोद कुमार सिंह गाड़ी लेकर जान बचाकर भाग निकले. थानाध्यक्ष इंद्रदेव महतो को जब इस घटना की जानकारी हुई तब वे पांडेयपुर के लिए निकल गये. लेकिन उनके पहुंचने के पहले आरोपियों के परिवार के लोगों ने पीड़ित परिवार के लोगों की पिटाई कर उनके झोपड़ियों में आग लगा दी.
घर की महिलाओं ने जब विरोध किया तो हमलावरों ने एक महिला को गोली मार कर जख्मी कर दिया. घायल महिला को उपचार के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. एसडीपीओ जितेंद्र पांडेय ने बताया कि नौतन प्रभाग के इंस्पेक्टर व आसपास के थानों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया गया है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि सोमवार की सुबह पांच बजे अपनी मां के साथ गांव से पूजा कर लौट रही दो नाबालिग लड़कियों को गांव के करीब के कुछ मनचलों ने हथियार के बल पर अगवा कर लिया. पीड़ित परिवार ने इस संबंध में आवेदन देकर गांव के संजय साह, रवींद्र साह, राघवेंद्र साह सहित दो तीन अन्य अज्ञात लोगों पर अपहरण का आरोप लगाते हुए दोनों बच्चियों की हत्या करने का अंदेशा जताया.
परिजनों का आरोप है कि चूकि अपहरणकर्ताओं में एक आरोपी संजय साह सीबीआई में एएसआई पद पर है. उसके प्रभाव में आकर थानाध्यक्ष ने पहले आवेदन लेने से इंकार किया. लेकिन बाद में आवेदन लेकर जांच करने की बात कर करीब 36 घंटे तक निष्क्रिय बने रहें. मंगलवार को अधिकारियों के दबाव में आकर थानाध्यक्ष ने थाने के एएसआई विनोद कुमार सिंह को जांच के लिए पांडेयपुर भेजा. वहां पहुंचने पर उन्होंने पीड़ित परिवार से पहले पूछताछ किया.
उसके बाद संजय साह के परिवार के दो लोगों का पकड़कर थाने ले जाने लगे. इसी बीच संजय साह सहित करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों ने पुलिस बल पर हमला कर दोनों लोगों को छुड़ा लिया. पुलिस बल वहां से किसी तरह जान बचाकर भाग निकला. थानाध्यक्ष इंद्रदेव पटेल से जब पूछा गया कि क्या अपहरण का मामला दर्ज हो गया है? उन्होंने बताया कि उसी की जांच में तो पदाधिकारी को भेजे थे.
उन्होंने कहा कि जिन दो लोगों को गिरफ्तार करने की बात है तो उन लोगों को पदाधिकारी थाने ला रहे थे जिसका विरोध कर उन लोगों ने आने नहीं दिया. उन्होंने गांव में आगजनी तथा एक महिला को गोली लगने की पुष्टि की. दोनों अपहृत बच्चियां मिली की नही? इस संबंध में थानाध्यक्ष ने कुछ नहीं बताया.