मीरगंज : मीरगंज थाना क्षेत्र के रानी सरिसवा गांव में सोमवार को टांगी व अन्य घातक हथियारों से हमला कर एक किसान की बेरहमी से हत्या कर दी गयी. मृत किसान केदार चौधरी (60) रानी सरिसवा गांव का बताया जाता है. टांगी से मृतक के सिर पर गंभीर चोट लगने से मौके पर ही उसकी मौत होने की बात बतायी जाती है,
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टांगी से काटकर किसान की हत्या, घायलों में दो की हालत चिंताजनक, सदर अस्पताल रेफर
मीरगंज : मीरगंज थाना क्षेत्र के रानी सरिसवा गांव में सोमवार को टांगी व अन्य घातक हथियारों से हमला कर एक किसान की बेरहमी से हत्या कर दी गयी. मृत किसान केदार चौधरी (60) रानी सरिसवा गांव का बताया जाता है. टांगी से मृतक के सिर पर गंभीर चोट लगने से मौके पर ही उसकी […]
जबकि मृतक के परिवार के बबन चौधरी, दूधनाथ चौधरी, अंजू कुमारी, विंदा देवी, अलका कुमारी, चंदा कुमारी सहित छह लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनका इलाज अनुमंडलीय अस्पताल हथुआ में चल रहा है. घायलों में बबन, दूधनाथ व अंजू कुमारी की हालत चिंताजनक होने पर चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया.
मृतक के परिजनों ने बताया कि उनके पट्टीदार व पंचायत के उपसरपंच स्वामीनाथ चौधरी अपने घर के सामने विवादित जमीन में रखे बखार में अनाज रखवा रहे थे. बखार में अनाज रखवाते देख मृतक केदार चौधरी व उनके परिजन स्वामीनाथ को अनाज रखने से यह कह कर मना करने लगे कि बखार जिस जमीन में है वह उनके हिस्से की है. आप अपने हिस्से की जमीन में बखार रखवा लें तब अनाज रखें.
इसी पर दोनों पक्षों के बीच विवाद होने लगा व देखते-देखते दोनों पक्षों की ओर छसे टांगी, रॉड व फरसा सहित अन्य घातक हथियार चलने लगे, जिसमें सिर पर चोट लगने से एक पक्ष के केदार की मौके पर ही मौत हो गयी व आधा दर्जन महिला व पुरुष घायल हो गये. वहीं हथुआ अस्पताल में भर्ती दूसरे पक्ष की संजोगिया देवी(70) को भी सिर में चोट लगी है. पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद मामले की पड़ताल कर रही है.
उपसरपंच सहित दर्जन भर नामजद, तीन गिरफ्तार
हत्याकांड में रानी सरिसवा गांव के उप सरपंच स्वामीनाथ चौधरी, राकेश चौधरी, ब्रम्हा चौधरी, हरिमोहन उर्फ बजरंगी, अशोक चौधरी, अभय चौधरी, अभिषेक, आशुतोष व जिगना के राम बाबू सहित दर्जन भर लोगों को आरोपित किया गया है, जिनमें से स्वामीनाथ चौधरी, अभय चौधरी व अशोक चौधरी को पुलिस ने मौके पर से ही गिरफ्तार कर लिया, जबकि अन्य नामजद अभी फरार बताये जाते हैं.
मीरगंज पुलिस इंस्पेक्टर सतीश कुमार हिमांशु व थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि मामले में फरार चल रहे आरोपितों की गिरफ्तारी को छापेमारी की जा रही है.
कट्ठा भर जमीन के लिए गयी केदार की जान
पुलिस व स्थानीय लोगों की मानें तो मृतक व उसके पट्टीदारों के बीच नौ कट्ठा 14 धूर जमीन को लेकर कोर्ट में विवाद चल रहा है, जिसमें मृतक के हिस्से महज एक से सवा कट्ठा जमीन आती है.
इसी बीच गेहूं की दौनी के बाद संबंधित बखार में आरोपित अनाज रखने लगे, जिसे मृतक व उसके परिजन बर्दाश्त नहीं कर पाये व दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी. देखते-ही-देखते जमीन के लोभ व झूठे अहंकार ने खून के रिश्ते को लहूलुहान कर किसी की जान ले ली तो किसी को जेल भेजवा दिया.
परिजनों में मचा चीत्कार, पसरा मातम
केदार की मौत से परिजनों में चीत्कार मचा हुआ है. उसकी पत्नी व बच्चों सहित घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतक खेती-किसानी कर अपने परिवार का गुजारा करता था.
उसकी मौत से उसके बेटे संजय, मनोज, आमोद, सरोज व एक अविवाहित बेटी सुनयना बेसहारा हो गये हैं. जमीन को लेकर हुई मौत से नाते-रिश्तेदार भी सकते में हैं. पड़ोसियों सहित सगे-संबंधी परिजनों को समझाने-बुझाने में लगे हुए हैं. भूमि विवाद में हुई खूनी झड़प व केदार की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है.
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