मनीष गिरि, सीवान : नियमों को ताक पर रखकर अवैध रूप से वरीय वेतनमान लेने वाले जिले के 17 शिक्षकों से राशि वसूलने का निर्देश आरडीडीइ ने दिया है. निर्देश प्राप्त होते ही विभाग सहित शिक्षकों के बीच खलबली मच गयी है.
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17 शिक्षकों से राशि वसूलने की कवायद शुरू
मनीष गिरि, सीवान : नियमों को ताक पर रखकर अवैध रूप से वरीय वेतनमान लेने वाले जिले के 17 शिक्षकों से राशि वसूलने का निर्देश आरडीडीइ ने दिया है. निर्देश प्राप्त होते ही विभाग सहित शिक्षकों के बीच खलबली मच गयी है. डीडीओ की बैठक शीघ्र : विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस संबंध […]
डीडीओ की बैठक शीघ्र : विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस संबंध में एक से दो दिनों में संबंधित डीडीओ की बैठक होनी है. वहीं जिले के लाभ लेने वाले ऐसे 17 शिक्षकों में मात्र तीन शिक्षक ही कार्यरत है.
जबकि शेष सेवानिवृत्त हो चुके है. कर्मियों ने बताया कि सेवानिवृत्त शिक्षकों से संपर्क करने का प्रयास कर उनसे सर्विस बुक मांगी जा रही है. जिसके आधार पर रिकवरी राशि की गणना की जायेगी. निर्धारित समय सीमा के भीतर रिपोर्ट नहीं देने पर प्रपत्र क गठित कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
63 शिक्षक दायरे में
आरडीडीई कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार मामले में 63 शिक्षकों पर गाज गिरेगी. हालांकि इसमें से 10 शिक्षक ही वेतनमान में कार्यरत है. जबकि शेष सेवानिवृत्त हो चुके हैं और कई मर चुके है. पेंशन से भी राशि रिकवरी की जायेगी.
संघ ने जतायी आपत्ति
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ सीवान के जिला अध्यक्ष बागिंद्र नाथ पाठक व कोषाध्यक्ष मनन प्रसाद सिंह ने आपत्ति जताया है. इनका कहा है कि जब विभाग ने ही वरीय वेतनमान दिया है तो रिकवरी क्यों की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि जब कोर्ट ने स्टे लगा दिया है तो फिर विभाग रिकवरी क्यों करा रहा है.
सीवान के ये हैं शिक्षक
मैनेजर प्रसाद, बिंदा लाल प्रसाद, पृथ्वी लाल, बालखिला प्रसाद, बालेश्वर प्रसाद, परशुराम प्रसाद, महेश प्रसाद, योगेंद्र प्रसाद, चंद्रपाल, रामाकांत, श्रीराम प्रसाद, प्रेमचंद प्रसाद, मेवालाल, रामाश्रय प्रसाद व जगजीवन राम
क्या कहते हैं डीइओ
शिक्षकों से राशि रिकवरी संबंधी निर्देश प्राप्त होने के बाद इस दिशा में प्रयास तेज कर दिया गया है. जिले में ऐसे शिक्षकों की संख्या तकरीबन 17 है. जिसमें तीन अभी कार्यरत है, शेष सेवानिवृत्त हो चुके है.
चंद्रशेखर राय, डीइओ, सीवान
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