बैरगनिया. प्रखंड क्षेत्र में सोमवार को विभिन्न मंदिरों, बगीचों व आवासीय परिसरों में सुहागिन महिलाओं ने पति के स्वास्थ्य व लंबी आयु की कामना के साथ वट सावित्री की पूजा-अर्चना की. इसको लेकर रविवार से हीं तैयारी शुरू कर दी गई थी. सुहागन महिलाएं रविवार को नियम पूर्वक स्नान व निरामिष स्वच्छ भोजन कर व्रत शुरू की. सोमवार को वट वृक्ष की पूजन, बांस का पंखा, पनपथिया में पान- सुपारी, रक्षा सूत्र, कपड़े की बनी हुई गुड्डा-गुड्डी आदि के साथ पूजा की. प्रखंड चर्चित बौद्धी माता मंदिर के समीप वट वृक्ष के समीप महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई. महिलाओं ने बताया कि बांस का पंखा 30 से 50 रुपये, लीची 200 से 250 रुपये प्रति सैकड़े की दर से बिकी. बौद्धी माता मंदिर के मुख्य पुजारी अरविंद झा ने बताया कि वट सावित्री व्रत का अनुष्ठान सर्व प्रथम सावित्री ने अपने पति सत्यवान की अल्पायु में मृत्यु से रक्षा के लिए की थी तथा व्रत के उपरांत उसने अपने मृत पति के जीवन को फिर से लौटा पाने में सफल हुई थी. इसके साथ ही यह व्रत प्रकृति में पेड़ों की रक्षा व संरक्षण से संबंधित है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है