— अबतक 56.32 फीसदी लाभुकों का हुआ एफआरसी, 43 फीसदी होंगे वंचित डुमरा. पूरक पोषाहार योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर लाभार्थियों को टेक होम राशन (टीएचआर) का वितरण सितंबर माह से एफआरएस (चेहरे के पहचान प्रणाली) व ई-केवाईसी के माध्यम से किया जाना है, लेकिन 18 सितंबर तक जिले में महज 56.32 फीसदी लाभार्थियों का ही एफआरएस किया गया है, जिसके कारण लगभग 43 फीसदी लाभार्थियों को टीएचआर से वंचित होना पड़ सकता है. रिपोर्ट के अनुसार जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों पर कुल लाभुकों की संख्या 330152 है. इसमें 185940 लाभुकों का एफआरएस व ई-केवाईसी हो गया है. जबकि 144212 लाभुकों का अबतक एफआरएस व ई-केवाईसी नहीं हुआ है. –अब केंद्र के बच्चों का भी होगा एफआरसी आंगनबाड़ी केंद्र के सभी श्रेणी के लाभुकों को पोषाहार (टेक होम राशन व स्कूल पूर्व शिक्षा के बच्चों के लिए गर्म पका भोजन सहित) का लाभ वैसे लाभार्थियों को दिया जाना है, जिसका एफआरसी व ई-केवाईसी किया गया है. डीपीओ ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि टीएचआर वितरण व स्कूल पूर्व शिक्षा के बच्चों के लिए गर्म पका भोजन के संचालन के लिए 14 सितंबर तक किये गए एफआरसी व ई-केवाईसी के अनुसार ही पोषाहार की राशि का भुगतान किया जाएगा. — सेविका, एलएस व बीसी को मिली जिम्मेवारी डीपीओ ने सभी सीडीपीओ को प्रतिदिन एफआरएस की प्रगति का अनुश्रवण करने का निर्देश दिया है. बताते चले कि डीपीओ ने सभी सेविकाओं को चेतावनी के साथ आदेश दिया था कि 14 सितंबर तक सभी नामांकित लाभार्थी का एफआरसी व ई-केवाईसी शत-प्रतिशत पूर्ण करना सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि एफआरसी व ई-केवाईसी का कार्य पूर्ण नहीं होने पर यदि पोषाहार बाधित होता है तो उसकी पूर्ण जिम्मेवारी सेविका, महिला पर्यवेक्षिका व प्रखंड समन्यवक की होगी. — कहते हैं अधिकारी आंगनबाड़ी केंद्रों पर अब लाभुकों को एफआरएस के माध्यम से ही सितंबर माह का टीएचआर वितरण किया जाएगा. इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग किया जा रहा हैं. सभी पंजीकृत लाभुकों को टीएचआर का लाभ मिले इसके लिए सभी सीडीपीओ को शीघ्र एफआरएस का कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है. अन्यथा कार्रवाई भी तय है. — सरिता कुमारी, डीपीओ आईसीडीएस — एफआरएस के लिए प्रखंडों में बनेगा माइक्रोप्लान डुमरा. आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभुकों का एफआरएस के माध्यम से टीएचआर का वितरण होना है. एफआरएस के माध्यम से टीएचआर वितरण के लिए संबंधित लाभुक का पोषण ट्रैकर में फेस कैप्चर व ई-केवाईसी किया जाना है. साथ ही इन लाभुकों का आधार अपडेशन किया जाना भी अनिवार्य है. इसको लेकर डीएम रिची पांडेय ने सभी बीडीओ को निर्देश दिया है कि प्रखंड में संचालित आधार एजेंसी के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थी का आधार अपडेशन व ई-केवाईसी करने के लिए सीडीपीओ से समन्वय स्थापित कर माइक्रोप्लान तैयार कर आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभुकों का आधार अपडेशन व ई-केवाईसी कराना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही डीएम ने सभी सीडीपीओ को निर्देश दिया है कि बीडीओ से समन्वय स्थापित कर माइक्रोप्लान तैयार कर आधार एजेंसी के माध्यम से केंद्रों पर पंजीकृत लाभुकों का आधार अपडेशन कर पोषण ट्रैकर में फेस कैप्चर व ई-केवाईसी करते हुए एफआरसी के माध्यम से सभी लाभुकों को टीएचआर प्रदान करना सुनिश्चित करेंगे.
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