सीतामढ़ी. मेला रोड अब यातायात के लायक नहीं रह गया है. हालांकि, सड़क की स्थिति करीब एक दशक से बदतर है, लेकिन अब इतनी जर्जर हो चुकी है कि प्रतिदिन कोई न कोई वाहन पलटता ही है. मेला रोड में कई प्रसिद्ध चिकित्सकों के निजी अस्पताल, कई स्कूल व कई गोदामें हैं. इससे न चाहते हुए भी स्कूल बस, एंबुलेंस, ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा व ट्रक चालकों को वाहन लेकर आना ही पड़ता है और वाहन चालकों को इसकी कीमत भी चुकानी पड़ती है. गुरुवार को भी यही हुआ. मेला रोड स्थिति किसी गोदाम का सामान से भरा एक मिनी ट्रक लेकर चालक आ रहा था. तभी पंचमुखी हनुमान मंदिर के समीप ट्रक पलट गया. हालांकि, इस दौरान कोई हताहत नहीं हुई, लेकिन आसपास अफरातफरी का माहौल जरूर कायम हो गया. बाद में ट्रक से सामान खाली कराकर पलटे हुए ट्रक को खड़ा करने की प्रक्रिया चल रही थी. इस बीच मेला रोड से गुजरने वाले अन्य वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बता दें कि मेला रोड की बद से बदतर होती जा रही स्थिति के संबंध में प्रभात खबर पिछले कुछ दिनों में कई खबरें प्रकाशित कर चुकी है. वहां के निवासी सुबोध कुमार सोनू, निर्भय व्याहुत, निखिल गुप्ता इत्यादि लोगों ने बताया कि स्थानीय लोग कई बार रोड जामकर प्रदर्शन कर चुके हैं. नगर निगम को कई आवेदन दे चुके हैं. सड़क पर ही नालियों का पानी बहता है. वुडको द्वारा बेतरतीब तरीके से आधा-अधूरा नालों का निर्माण कर छोड़ दिया गया है. इससे सड़क पर ही नालियों का पानी बहता है और इसका परिणाम यह है कि सड़क अब आवागमन लायक नहीं बची है. पिछले दिनों प्रभात खबर व स्थानीय लोगों ने जब वुडको के उप परियोजना निदेशक जीतेंद्र कुमार से इस संबंध में पूछा, तो उन्होंने बताया था कि बीते सोमवार से हर हाल में नाला निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. इसके बाद जल्द ही सड़क को बनवाया जायेगा. शुक्रवार बीतने को है, लेकिन जमीन पर कोई काम शुरू नहीं किया गया है.
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