सीतामढ़ी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उत्तर पूर्व क्षेत्र के प्रशिक्षण वर्ग में मंगलवार को भगवान बिरसा मुंडा की पुण्य-तिथि एवं छत्रपति शिवाजी के हिंदू साम्राज्य दिनोत्सव के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले शामिल हुए. नगर के रिंग बांध स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में चल रहे 20 दिवसीय कार्यकर्ता विकास वर्ग (प्रथम), उत्तर पूर्व क्षेत्र पिछले 24 मई से चल रहा है. कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथि परिचय के साथ हुआ. इसके बाद स्वयंसेवकों द्वारा एकल गायन हुआ. वर्ग के सर्वाधिकारी सकलदेव चौरसिया ने विषय प्रवेश कराते हुए हिंदू साम्राज्य दिनोत्सव की स्थापना के पीछे का सत्य, त्याग, समर्पण, साहस एवं शौर्य को रेखांकित करते हुए कहा कि यह एक शुभ संयोग है कि आज छत्रपति शिवाजी के राज्यारोहण की तिथि एवं दूसरी तरफ भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि उस क्षण एक हो गयी, जहां राष्ट्रीय चेतना और उसके प्रशिक्षण का वर्ग चल रहा हो. छत्रपति शिवाजी महाराज ने जिस प्रकार मुगलिया सल्तनत से लोहा लेते हुए हिंदुओं को संगठित करते हुए हिंदू साम्राज्य की न सिर्फ स्थापना की, बल्कि आने वाले पीढ़ी दर पीढ़ी हिंदुओं को एक करने और सामाजिक समरसता की शक्ति के पीछे प्रेरणास्रोत बने. वहीं, दूसरी ओर भगवान बिरसा मुंडा ने भी इसाइओं के भोले-भाले वनवासी क्षेत्रों में बढ़ रहे अत्याचार और धर्मांतरण तथा उनकी संस्कृति पर हमले का उन्होंने मुखर विरोध कर वनवासियों में एकता का सूत्रपात किया. अपनी संस्कृति व अपने राष्ट्र को एक करने के उद्देश्य से संघर्ष करने वाले दोनों ही महापुरुषों ने हम सभी को मानसिक गुलामी से मुक्त कराया, जिससे हम आगे संघर्ष कर पूर्ण स्वराज्य पा सके. विरोधी धारायें हमें हमारी जड़ों से हमारी संस्कृति को नष्ट कर देने पर आमादा है. आज युवाओं को अपने महापुरुषों के जीवन, उनकी शिक्षा, संस्कार, नीति, साहस और शौर्य को अपने जीवन में उतारते हुए हमें भारत माता को परम वैभव पर स्थापित करना है. कार्यक्रम में डॉ रामकिशोर, जय किशोर यादव, राजकरण, विनोद कुमार व शहर के कई प्रसिद्ध डॉक्टर, सामाजिक कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ नागरिक उपस्थित रहे.
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