— 51 हजार दीयों की जगमग रोशनी बनता है खास आकर्षण का केंद्र सीतामढ़ी. नगर निगम क्षेत्र में वैसे 50 से अधिक स्थानों पर भव्य पूजा पंडाल निर्माण करवाकर दुर्गा पूजा की जाती है, लेकिन कुछ स्थानों का दुर्गा पूजा पंडाल विशेष आकर्षण का केंद्र होता है. इनमें जानकी जन्मभूमि, पुनौरा धाम का मां दुर्गा पूजा समिति द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा पंडाल भी शामिल है, जहां का पूजा पंडाल, तीन दिनों तक लगने वाला मेला व सीता कुंड समेत पूरे मंदिर परिसर में सप्तमी, अष्टमी एवं नवमी तिथि को जलाये जाने वाले 51 हजार दीयों की जगमग रोशनी खास आकर्षण का केंद्र होता है. पूजा समिति के अध्यक्ष सुशील कुमार सिंह, सचिव, अर्जुन साह, कोषाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार साह, संरक्षक श्रवण कुमार, राजू कुमार, अंशुल प्रकाश, रामबाबू महतो व मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस बार संभवत: इंडोनेशिया के राम मंदिर की तर्ज पर भव्य पूजा पंडाल का निर्माण करवाया जा रहा है. — पूजा पंडाल पर खर्च हो रहा 6.51 लाख पूजा पंडाल में कपड़े इस्तेमाल नहीं किये जा रहे हैं. सिर्फ प्लाईवुड एवं पेंट से पूरा पंडाल तैयार किया जा रहा है, जिसपर करीब छह लाख 51 हजार रुपये खर्च किये जा रहे हैं. भोला एवं अजीत नामक कारीगर द्वारा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है. वहीं, दरभंगा के अमर पंडित द्वारा मां दुर्गा एवं अन्य देवी-देवताओं की भव्य प्रतिमाओं का निर्माण किया जा रहा है. मंजय लाइट एंड साउंड द्वारा डेकोरेशन किया जा रहा है. मां जानकी के उद्भव की झांकी तैयार की जा रही है, जो श्रद्धालुओं के लिये आकर्षण का केंद्र होगा. श्रद्धालुओं के लिये प्रसाद के अलावा ठहरने व रिलैक्स होने की व्यवस्था की जा रही है. बताया गया कि जानकी जन्मभूमि, पुनौरा धाम मंदिर परिसर में वर्ष 1990 से लगातार दुर्गा पूजा की जा रही है. कुछ हजार की बजट से शुरू यहां के दुर्गा पूजा का कुल बजट करीब 25 लाख रुपये तक पहुंच चुका है.
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