सीतामढ़ी/पुपरी. मंगलवार को जिले भर की सुहागन महिलाओं ने अखंड सौभाग्य की रक्षा की कामना के संग आस्था पूर्वक हरतालिका तीज का निर्जला व्रत रखकर विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा-आराधना और उपासना की. सुहागन महिलायें सोलह श्रृंगार में सज-धजकर पूरी श्रद्धा भाव के साथ भगवान शिव की आराधना कर पति की लंबी आयु के साथ अखंड सौभाग्य की कामना की. महिलाओं में काफी आस्था व उत्साह देखा गया. पंडित रामकृष्ण झा व अंबिकादत्त झा ने बताया कि धर्म ग्रंथों के अनुसार, त्रेता युग से यह व्रत प्रारंभ है. माना जाता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिये इस व्रत को किया था. सुहागिन महिलाएं अखंड सौभाग्यवती रहने व पुत्र के दीर्घायु होने की कामना के साथ यह व्रत रखीं. जौ, चना, चावल व आटा, घी, मेवा आदि मिलाकर कई प्रकार के प्रसाद तैयार किये गये. निर्जला रहकर जागरण कर भगवान शिव व माता पार्वती की साधना की. संकीर्तन व अन्य धार्मिक आयोजन किया गया.
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