शिवहर. न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार उदयवंत कुमार एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह न्यायाधीश ललन कुमार रजक ने शुक्रवार को मंडल कारा शिवहर का औचक निरीक्षण किया. साथ ही निरीक्षण के पश्चात प्रधान जिला जज ने मंडल कारा के बंदियों के साथ बैठक की और उनसे जानने का प्रयास किया कि सभी के पास उनका अपना वकील है या नहीं. उन्होंने बंदियों से बातचीत करते हुए कहा कि यह निरीक्षण न केवल न्यायिक व्यवस्था की पारदर्शिता को मजबूत करता है, बल्कि बंदियों के मानवाधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. कहा कि लीगल एड क्लीनिक के लिए जिला जेल की ड्योढ़ी में एक अलग से कमरे की व्यवस्था की गई है. जहां पैनल एडवोकेट एवं अधिकार मित्र बैठेंगे और जिला जेल में सभी प्रकार की बंदियों की समस्याएं सुनेंगे एवं उन्हें विधिक सेवाओं के बारे में बताया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसे कैदी जो कोर्ट में अपने मामले की अपील करना चाहते हैं. उन्हें कोर्ट फीस व वकील की फीस भी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से दी जाएगी. बंदियो को उनके अधिकारों की जानकारी देने के लिए समय-समय पर जेल में कानूनी जागरूकता शिविर लगाए जा रहे है. जिसमें पैनल बोर्ड के वकील उन्हें उनके अधिकारों की जानकारी देंगे. उन्होंने कहा कि जेल में सभी प्रकार के बंदियों को पढ़ने- लिखने का अधिकार है. इसके लिए जेल प्रशासन को उन्हें सभी तरह की किताबें व स्टेशनरी का सामान नि:शुल्क मुहैया करवाया जाएगा. वहीं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मंडल कारा शिवहर के निरीक्षण के दौरान प्रत्येक बैरक में जाकर बंदियों से उनके स्वास्थ्य, इलाज, पेयजल, भोजन और मुकदमे में कानूनी सहायता की स्थिति के बारे में जानकारी ली. उन्होंने शौचालयों की साफ- सफाई, भोजन की गुणवत्ता और रसोई में साफ़- सफाई व्यवस्था की भी जांच की तथा जेल अस्पताल में भर्ती बीमार बंदियों के बेहतर इलाज के लिए उन्हें उच्च स्वास्थ्य केंद्र भेजने का भी निर्देश दिया गया. निरीक्षण में महिला बंदी के साथ मौजूद छोटे बच्चों की स्थिति पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया. प्रधान न्यायाधीश ने जेल प्रशासन को बच्चों के लिए दूध, डायपर, आवश्यक दवाएं और अन्य स्वास्थ्य संबंधी सामग्री उपलब्ध कराने का आदेश दिया. न्यायाधीश के साथ निरीक्षण में शामिल अन्य पदाधिकारियों ने कारा पुस्तकालय, रसोईघर, व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र, और ध्यान- सह- योग केंद्र का भी निरीक्षण किया तथा बंदियों से बातचीत कर उनकी समस्याएं जानी और उनके कानूनी अधिकारों से अवगत कराया गया. साथ ही जेल अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे जेल मैनुअल के अंतर्गत मिलने वाली सभी सुविधाएं समय पर और सुचारु रूप से बंदियों को उपलब्ध कराएं. मौके पर कारा अधीक्षक राकेश कुमार समेत कई मौजूद थे.
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