रीगा
. प्रखंड के सांखी गांव में भगवान बलराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष राम जीनिश गुप्ता ने बताया कि भगवान कृष्ण ने आंतरिक योग माया से शेषनाग के अवतार भगवान बलराम को कंस की नजर से बचाने के लिए देवकी के गर्भ से निकालकर रोहिणी के गर्भ में स्थानांतरित कराया. बलराम विष्णु के आठवें अवतार थे. भगवान श्री कृष्ण को गोकुल भेजे जाने के बाद कंस द्वारा वहां बकासुर, पुतना, तृणावर्त, शकतासुर आदि राक्षस को गोकुल भेजा गया. सभी कृष्ण को मारने के फिराक में था और इसी अवधि में वहां के फसलों को नुकसान भी ये राक्षस लोग पहुंचाता था. डर के मार से वहां के लोग खेती करना छोड़ दिया. जमीन जंगल में तब्दील हो गया. तब भगवान कृष्ण और बलराम राक्षसों के अत्याचार से बचाने के लिए-अपने अपने हथियार से राक्षसों को मार गिराया. उसके बाद दोनों भाई वहां के किसानों को संगठित कर हल चलाकर खेती करवाया. जमुना नदी से नहर निकालकर खेतों तक पानी पहुंचाया. इस मौके पर राम विवेक सिंह, कृष्ण देव राय, रामनाथ गुप्ता, शैलेंद्र साह, मनोज कुमार, राज मंगल सिंह समेत अन्य मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

