आक्रोश. परसौनी पुल हादसे में घायल के इलाज व मुआवजे की मांग को लेकर लोगों ने किया हंगामा व प्रदर्शन
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बेस कैंप से भागे निर्माण एजेंसी के अधिकारी-कर्मी
आक्रोश. परसौनी पुल हादसे में घायल के इलाज व मुआवजे की मांग को लेकर लोगों ने किया हंगामा व प्रदर्शन सीतामढ़ी/परसौनी : सीतामढ़ी-शिवहर एनएच104 के धोधनी पेट्रोल पंप के पास नये पुल निर्माण के लिये पुराने पुल को तोड़ने के क्रम में पुल धंसने से शुक्रवार की शाम हुए हादसे से नाराज लोगों ने शनिवार […]
सीतामढ़ी/परसौनी : सीतामढ़ी-शिवहर एनएच104 के धोधनी पेट्रोल पंप के पास नये पुल निर्माण के लिये पुराने पुल को तोड़ने के क्रम में पुल धंसने से शुक्रवार की शाम हुए हादसे से नाराज लोगों ने शनिवार को जहां निर्माण एजेंसी के ढांगर स्थित बेस कैंप में ताला जड़ दिया, वहीं जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में अभिनव कुमार सिंह, सुबोध कुमार सिंह, सुनील कुमार, बिंदेश्वर पासवान, लखेंद्र पंडित, रामनंदन साह व रामनंदन राउत सहित दर्जनों लोग शामिल थे. उधर, दूसरे दिन भी घटनास्थल से मलबा हटाने का काम जारी रहा. हालांकि शनिवार को मलबे से कोई मजदूर नहीं मिला. स्थानीय प्रशासन की माने तो मलबे में अब कोई मजदूर दबा नहीं है.
हालांकि मलबा हटाने का काम जारी रखा गया है. इसी बीच शुक्रवार की रात डीएम के आदेश पर बेलसंड एसडीओ सुधीर कुमार व बेलसंड एसडीपीओ अमरकेश डी ने संयुक्त रूप से मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपी है. जिसमें संवेदक की घोर लापरवाही उजागर हुई है.
इधर, जख्मी पांच लोगों में इलाज के बाद तीन मजदूर घर लौट आये है. जबकि दो मजदूर राकेश कुमार व मनोज कुमार का इलाज मुजफ्फरपुर स्थित आइटी हॉस्पीटल में जारी है. दोनों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. उधर, देर रात धोधनी पुलिस का दूसरा पाया भी ध्वस्त होकर गिर पड़ा. लोजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नसीर अहमद उर्फ लाल के नेतृत्व ने पीड़ित परिवार के सदस्य व ग्रामीणों ने घायलों का समुचित इलाज नहीं कराने का आरोप निर्माण एजेंसी पर लगाया.
वहीं घायलों को 20-20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन किया. वहीं कहा कि जब तक घायल मजदूर स्वस्थ्य नहीं हो जाते और उन्हें मुआवजा नहीं मिल पाता तब तक बेस कैंप में ताला लटका रहेगा.
सामने आयी निर्माण एजेंसी की लापरवाही, दर्ज होगी प्राथमिकी
परसौनी. धोधनी पुल हादसा मामले में निर्माण एजेंसी व संवेदक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होगी. डीएम के आदेश पर गठित टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट में पूरे घटना को संवेदक की लापरवाही करार दिया है.
डीएम के आदेश पर बेलसंड एसडीओ सुधीर कुमार व बेलसंड एसडीपीओ अमरकेश डी द्वारा संयुक्त रूप से की गयी जांच में पाया गया है कि धोधनी गांव के समीप पुराने पुल तोड़ने के दौरान स्थल पर न तो एनएच का अधिकारी था और नहीं कंस्ट्रक्शन कंपनी का ही कोई भी अधिकारी या इंजीनियर ही मौजूद था. रिपोर्ट में बताया गया है कि जानकारी के अभाव में जेसीबी चालक ने पुल के बीच ही मशीन तोड़ने का काम करने लगा. जिससे पुल पर अचानक दबाव पड़ा और पुल का पाया धंस गया.
जिससे पुल में मजदूर दब गये. जांच में पाया गया है की कंपनी द्वारा सुरक्षा के दृष्टिकोण से मजदूरों के लिए सुरक्षा किट जैसे जूता, टोपी, लाइफ जैकेट व मेडिकल किट आदि की भी व्यवस्था नहीं की गयी थी. जांच अधिकारियों ने इसे संवेदक की घोर लापरवाही करार दिया है. एसडीओ श्री कुमार ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच कर प्रतिवेदन डीएम को सौंप दिया गया है.
छह माह में चार घटनाएं, तीन मौत, पांच जख्मी : परसौनी थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 104 के धोधनी में शुक्रवार को हुआ हादसा कोई नया व पहला हादसा नहीं था. पिछले छह माह में एनएच निर्माण के दौरान चार बड़े हादसे हुए है, इनमें तीन की मौत व पांच लोग जख्मी हुए है. इसके अलावा कई छोटे-मोटे हादसे भी हुए है. छह माह पूर्व ढांगर गांव निवासी विजय महतो के पांच वर्षीय पुत्र छोटू की मौत निर्माण एजेंसी द्वारा कैंप में खोदे गये गड्ढ़े में गिरकर हो गयी थी
. हालांकि निर्माण एजेंसी व पीड़ित परिवार के बीच समझौता हो गया था. लिहाजा कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी. 15 फरवरी को ढांगर गांव निवासी रविंद्र चौधरी की मौत निर्माण एजेंसी के रोड रोलर में दबने से हो गयी. जबकि कमरौली मरघट के पास चैनल नंबर 42 के पास निर्माण कंपनी के मुंशी आसाराम की मौत भी रोड रोलर से दब कर हो गयी थी. जबकि शुक्रवार की शाम पुल धंसने से पांच मजदूर दब गये.
आपसी विवाद की वजह से हो रहे हादसे : निर्माण एजेंसी द्वारा जारी कार्य के दौरान जारी हादसों की सबसे बड़ी वजह निर्माता एजेंसी व पेटी कांट्रैक्टर के बीच का अंदरूनी विवाद है. शिवहर- सीतामढ़ी एनएच 104 के निर्माण का काम आरसीएम कंपनी को मिला है. उक्त कंपनी आरके बिल्डर को पेटी कांट्रैक्ट पर काम की जिम्मेदारी सौंपी है.
एकरारनामा के बावजूद आरसीएम कंपनी ने अब तक आरके बिल्डर को भुगतान नहीं किया है. इसके चलते दोनों के बीच विवाद चल रहा है. हाल ही में दोनों के बीच जमकर झड़प हुई थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति नियंत्रित की थी. जबकि आरके बिल्डर के प्रोजेक्ट मैनेजर ने एसपी को आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगायी थी. आपसी विवाद के चलते कई दिनों तक काम बंद हो गया था.
लोजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष के नेतृत्व में एजेंसी के ढांगर स्थित बेस कैंप में ताला जड़ किया प्रदर्शन
जख्मी राकेश व मनोज की हालत गंभीर: एनएच 104 के धोधनी पेट्रोल पंप के पास पुल तोड़ने के क्रम में शुक्रवार को हुए हादसे में मलबे में दब कर जख्मी हुए पांच मजदूरों में से तीन मजदूर इलाज करा अस्पताल से अपने घर लौट आये है. वहीं दो मजदूरों का गंभीर स्थिति में मुजफ्फरपुर आइटी अस्पताल में इलाज जारी है. इनमें डुमरा थाना क्षेत्र के पमरा गांव निवासी उपेंद्र राय के पुत्र मनोज राय का दायां हाथ व पांव बुरी तरह टूट गया है. वहीं परसौनी थाना अंतर्गत ढांगर गांव निवासी प्रमोद पासवान के पुत्र राकेश पासवान का कमर से नीचे का पूरा अंग फ्रैक्चर है. दोनों की हालत चिंताजनक बनी हुई है.
शनिवार को दोनों के माता पिता सहित परिजन अपने पुत्र से मिलने आइटी अस्पताल मुजफ्फरपुर रवाना हुए. इधर, घटना के बाद जख्मी मजदूरों के परिजनों में कोहराम मच गया है. जख्मी मनोज पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी है. वह चार बहन और तीन भाइयों में सबसे बड़ा है. तीन बहन की शादी हो चुकी है. वहीं ढांगर निवासी राकेश भी अपने परिवार का कमाऊ पूत है. चार भाई व दो बहन के अलावा माता-पिता की परवरिश की जिम्मेदारी भी उसके कंधे पर है. हादसे के बाद जो स्थिति है उससे यहीं लगता है कि अब वह शायद ही अपने पैरों पर खड़ा हो पायेगा. उसके बाबा रघुवीर पासवान बताते हैं कि वह खुद अपने पोते राकेश कुमार को मलबे से निकाला है, बहुत हालत खराब थी.
क्या है मामला :
परसौनी थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 104 के धोधनी में शुक्रवार को पुराने पुल को तोड़ नया पुल बनाने के चलते पुल धंसने से हुए हादसे में कई मजदूर दब गये. इनमें पांच मजदूरों को निकाल कर इलाज के लिये सदर अस्पताल पहुंचाया गया. सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद पांचों मजदूर को रेफर कर दिया गया. घायलों में मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थाना के मकसुदपुर निवासी पोकलेन चालक दिनेश कुमार, इसी गांव का खलासी रूपेश कुमार व परसौनी थाना के ढांगर निवासी जगत लाल पासवान को इलाज बाद छुट्टी दे दी गयी है. जबकि ट्रैक्टर चालक परसौनी थाना के ढांगर मदनपुर निवासी राकेश पासवान व मजदूर नगर थाना के पमरा निवासी मनोज राय का इलाज आइटी अस्पताल मुजफ्फरपुर में जारी है. घटना की सूचना मिलते ही डीएम राजीव रौशन, एसपी हरि प्रसाथ एस, डीसीएलआर प्रदीप कुमार, बेलसंड एसडीपीओ डी अमरकेश, बीडीओ कृष्णा कुमार,
इंस्पेक्टर रामाकांत सिंह, बेलसंड थानाध्यक्ष प्रमोद पासवान, परसौनी थानाध्यक्ष लालबाबू यादव, लोजपा नेता मोहन झा, नसीर अहमद, भाजपा नेता भागनारायण शर्मा व विधायक प्रतिनिधि राणा रणधीर सिंह चौहान ने मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया. डीएम ने शुक्रवार की रात ही मामले की जांच का आदेश दिया था. शनिवार को घटना से नाराज लोगों ने बेस कैंप में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया.
कैंप खाली : शुक्रवार को हुए हादसे के बाद निर्माण एजेंसी व ठेकेदार के खिलाफ लोगों का गुस्सा बरकरार है. यहीं वजह है कि कंपनी के तमाम कर्मी व अधिकारी गायब हो गये है. जबकि बेस कैंप खाली है.
लोजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व बेलसंड विधान सभा प्रत्याशी नसीर अहमद उर्फ लाल ने शनिवार को गंभीर रूप से जख्मी राकेश पासवान व मनोज कुमार के परिजन के साथ कंपनी के ढांगर स्थित बेस कैंप में पहुंच कर कंपनी के अधिकारियों से बात करनी चाही, लेकिन सारा कैंप खाली मिला. वहीं कंपनी का कोई भी अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं था. उन्होंने मोबाइल पर भी कंपनी के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन सभी नंबर बंद मिले.
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