हत्या में प्रयुक्त टाटा सूमो से पूर्व में भी दो बार स्थानीय मुखिया पर हमला करने की हुई थी कोशिश
सीतामढ़ी/बथनाहा : थाना क्षेत्र अंतर्गत खैरवी गांव के समीप एनएच-77 पर मंगलवार की देर शाम कुछ लोगों ने पुरानी रंजिश में टाटा सूमो से रौंदकर साइकिल से घर लौट रहे एक अधेड़ को मार डाला. मृतक की पहचान थाना क्षेत्र के बैरहा गांव निवासी करीब 50 वर्षीय अच्छेलाल सिंह के रूप में की गयी. घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो चुकी थी.
सूचना मिलने पर स्थानीय थाना के थानाध्यक्ष रणबीर झा दल-बल के साथ घटना स्थल का जायजा लिया और परिजनों से आवश्यक पूछताछ के साथ ही जरूरी कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
मामले में मृतक अच्छेलाल सिंह के पुत्र उमेश सिंह की लिखित शिकायत के आलोक में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है. प्राथमिकी में गांव के ही रामविनोद सिंह के पुत्र चंदन कुमार, शत्रुध्न भगत व रामज्ञान महतो को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
पुत्र के साथ डुमरा से घर लौट रहे थे अच्छेलाल: प्राथमिकी के अनुसार मृतक अच्छेलाल सिंह अपने पुत्र उमेश सिंह के साथ एनएच-77 के रास्ते साइकिल से डुमरा में काम निबटाने के बाद घर लौट रह थे. खैरवी चौक पास पहुंचे तो एक सफेद रंग की टाटा सूमो तेज गती से आयी और अच्छेलाल सिंह को रौंद दिया, जिससे घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गई. बाद में पुत्र उमेश सिंह को भी कुचलने की कोशिश की गई, लेकिन वह एनएन-77 के नीचे कूदकर किसी तरह अपनी जान बचा ली.
इसी बीच मौके पर लोगों की भीड़ उमड़ने लगी, जिसका फायदा उठाते हुए तीनों आरोपित टाटा सूमो को घटना स्थल पर ही छोड़कर फरार हो गया. उमेश सिंह के अनुसार सूमो चंदन चला रहा था और उसमें अन्य दो आरोपित शत्रुध्न भगत व रामज्ञान महतो भी सवार था.
चंदन के विरुद्ध तीन मामलों में गवाह थे अच्छेलाल सिंह : प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि अच्छेलाल सिंह की बहू नीतू कुमारी तथा आरोपित चंदन की पत्नी प्रियंका कुमारी ने आंगनबाड़ी सेविका पद की बहाली को लेकर आवेदन किया था. चंदन की पत्नी प्रिंयका कुमारी का सेविका पद पर चयन कर लिया गया, जिसके विरुद्ध मृतक की बहू नीतू कुमारी द्वारा फर्जी बहाली का आरोप लगाते हुए कोर्ट में मुकदमा दायर करा दिया गया. इसके अलावा अलग-अलग तीन मामलों में भी अच्छेलाल सिंह चंदन के विरुद्ध गवाह थे.