सीतामढ़ी : जिले के सरकारी व गैरसरकारी अस्पताल समेत सदर अस्पताल की चिकित्सकीय कुव्यवस्था व शहर में संचालित अवैध नर्सिंग होम को लेकर जिला प्रशासन का विशेष ऑपरेशन शुरू हो गया है. बुधवार रात्रि से जारी ऑपरेशन का दायरा गुरुवार को बढ़ कर प्रखंडों के सरकारी व गैर सरकारी अस्पताल तक पहुंच गया.
डीएम के नेतृत्व में चल रहे छापेमारी अभियान से स्वास्थ्य सेवा को लाभ का जरिया बनाने वाले भ्रष्ट व कर्तव्यहीन लोगों में हड़कंप मचा है. पिछले सात दिनों प्रभात खबर में प्रकाशित सदर अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था के बेपटरी होने की खबर को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. रात्रि लगभग नौ बजे डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रशासन व पुलिस की विशेष टीम ने पहले सदर अस्पताल की चौतरफा घेराबंदी कर एक-एक बिंदू पर बारीकी से निरीक्षण किया.
डीएम के साथ अधिकारियों की टीम ने अस्पताल के विभिन्न हिस्सों की तलाशी ली. वहां भर्ती मरीजों से लेकर उनके परिजन तक से पूछताछ कर असुविधा की जानकारी ली. डीएम के टारगेट पर सदर अस्पताल में निजी नर्सिंग होम के सक्रिय बिचौलिये थे, लेकिन बिचौलियों को डीएम के अस्पताल की ओर कूच करने की खबर लग गयी थी, लिहाजा उक्त लोग पहले ही निकल चुके थे. अस्पताल की व्यवस्था को लेकर डीएम ने प्रभारी सिविल सर्जन, अस्पताल उपाधीक्षक डॉ शकील अंजुम व प्रबंधक विजय चंद्र झा को कठोर लहजे में जरूरी निर्देश दिये.
लगभग दो घंटे तक अस्पताल का गहन निरीक्षण करने के बाद वे अस्पताल रोड में संचालित अवैध नर्सिंग होम व क्लिनिक की जांच की. अस्पताल के बगल में ही संचालित मां भगवती हॉस्पिटल को सील कर दिया गया. जांच में नौ दिन से भर्ती दो मरीज मिले, जिन्हें सदर अस्पताल में शिफ्ट कराया गया. ऑपरेशन में शामिल पुलिस अधिकारी ने क्लिनिक में मौजूद चार कर्मियों को हिरासत में लेकर नगर थाना को सौंप दिया. सदर अस्पताल की सुरक्षा में तैनात छह गृहरक्षकों के अलावा आशा कार्यकर्ता सुनीता कुमारी व अंजली कुमारी को निलंबित कर दिया गया है.
तीन दिन में सील होगी संजीवनी व श्यामा क्लिनिक : प्रशासन का ऑपरेशन गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. इस दौरान सदर एसडीओ मुकुल कुमार गुप्ता व एसडीपीओ डॉ कुमार वीर धीरेंद्र के नेतृत्व में प्रशासनिक व पुलिस की टीम ने शहर के अस्पताल रोड में संचालक विभिन्न अवैध क्लिनिकों पर छापेमारी की.
टीम में शामिल डुमरा बीडीओ मुकेश कुमार ने बताया कि संजीवनी नर्सिंग होम व श्याम क्लिनिक के संचालक को नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है. उनसे पूछा गया है कि वहां मरीजों को सुविधाओं का लाभ क्यों नहीं मिल पा रहा है? दोनों क्लिनिक को शनिवार तक खाली करवाया जाना है ताकि इन्हें सील किया जा सके.