बच्चे को युवकों ने किया मां बाप के हवाले
शेखपुरा : चेवाड़ा थाना क्षेत्र के राजोपुर गांव से 29 मार्च को गुम हुए 8 वर्षीय सागर कुमार को सुल्तानगंज स्थित गंगा किनारे बलि के लिए ले जा रही वृद्ध महिला को स्थानीय युवकों ने धर दबोचा और पीड़ित बच्चे को उसके चंगुल से मुक्त करा लिया. उसके बाद बच्चे को उसके माता-पिता के हवाले कर दिया. अपने बच्चे की सकुशल वापसी के बाद पीड़ित मां ने राहत की सांस ली है.
गांव के विनोद बिंद की पत्नी संजू देवी ने बताया कि 29 मार्च को उसका 8 वर्षीय पुत्र घर से निकला. उसके बाद उसका कोई सुराग नहीं मिल सका. इसी बीच शनिवार कि शाम उसे भागलपुर जिले के सुल्तानगंज स्थित मुसहरी कट पुलवा गांव से अमर कुमार नामक युवक ने दूरभाष पर उसकी मां को बच्चे के वहां होने की जानकारी दी.
महिला ने बताया कि युवकों के मुताबिक वह महिला 8 वर्षीय सागर कुमार को सुल्तानपुर के गंगा नदी किनारे बली देने जा रही थी. इसका खुलासा तब हुआ जब उक्त वृद्ध महिला बच्चे को लेकर नदी की ओर जा रही थी. और बच्चा बार-बार भागना चाह रहा था. वहां खड़े अमर ने अपने दोस्तों के साथ उस बच्चे से पूछताछ की तब उक्त वृद्ध महिला ने बच्चे को अपना सगा पौत्र बताकर उसे नदी की ओर ले जाने का प्रयास किया. लेकिन बच्चे ने उस महीला को रिश्तेदार मानने से इंनकार कर दिया.
बच्चे की मां ने बताया की बच्चे ने युवकों को शेखपुरा के राजोपुर स्थित अपने गांव का पता बताया और सुल्तानगंज में ही अपने ननिहाल होने की बात बतायी. इसके बाद जब युवकों ने उस वृद्ध महिला को घेरकर पूछताछ शुरू की तब महिला ने बच्चे की बलि देने की बात स्वीकारी. हालांकि युवकों ने स्थानीय पुलिस को भी इसकी जानकारी दी. लेकिन मौके पर पुलिस वहां नहीं पहुंच सकी.
महिला ने बताया कि युवकों ने शेखपुरा आकर बच्चे को उसके परिवार के हवाले कर दिया. उन्होंने बताया कि उसका इकलौता पुत्र खो जाने के बाद वह बदहवास अवस्था में उसे ढूंढ रही थी. और जगह-जगह पर्चा चिपका कर अपने पुत्र की वापसी चाह रही थी. पिता ने यह भी बताया कि उसका पति दिल्ली में मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है. हालांकि इस मामले को लेकर चेवाड़ा थाना पुलिस ने बच्चे की गुमशुदगी के बाद वापसी के अलावे किसी भी जानकारी से इनकार किया है.