शेखपुरा : शेखपुरा-सिकंदरा सड़क मार्ग पर बीते रात करीब 10 बजे परिवहन विभाग की टीम जब पत्थर से ओवरलोडेड गाड़ी को पकड़ने गयी तो पत्थर माफियाओं ने टीम पर हमला कर दिया. पत्थर माफियाओं ने एकजुट होकर टीम में शामिल होमगार्ड के जवान को जमकर धुन डाला. भयभीत होकर जान बचाकर टीम भाग खड़ी हुई.
इस बाबत टीम में शामिल बड़ा बाबू उपेंद्र ने बताया कि गुरूवार को चेबाड़ा की तरफ से पत्थर की गिट्टी से ओवरलोड 5-7 की संख्या में ट्रक शेखपुरा की ओर आ रही थी.इसी बीच जैसे ही परिवहन विभाग की टीम पर पत्थर माफिया की नजर पड़ी वैसे ही वे अपनी गाड़ियों को एकसारी बीघा वाले रोड में घुसा दिए .उन गाड़ियों के पीछा करते जब एकसारी गाव तक टीम पहुंची तो सभी वाहन के चालक खलासी निकल कर एक वाहन में जाकर छिप गए थे.जांच पड़ताल करते करते जब होमगार्ड के जवान उस वाहन के गेट को खुलवाने गये जिसमे वे सभी वाहनों के चालक खलासी छिपे थे तब उन लोगों ने चोर चोर कर हमला कर दिया.वहां से जान बचाकर टीम को भागना पड़ा.बाद में चेबाड़ा थाना ,शेखपुरा थाना को इस घटना को सुचना टीम द्वारा दी गयी इस बीच चोर चोर की आवाज सुन गामीणों की भीड़ भी जुट गयी थी.
इधर सूचित किये गये थाने की पुलिस और शेखपुरा बीडीओ भी पहुंच कर किसी तरह स्थिति पर काबू पाया. सूत्रों ने बताया कि डीटीओ के बगैर बड़ा बाबू,होम गार्ड के जवान,और डीटीओ का ड्राइवर विभाग का वाहन लेकर सड़क पर वाहनों को धर पकड़ कर जुर्माना वसूली करने के लिये रात में निकल पड़ते हैं.
इस संबंध में घटना स्थल पर मौजूद विभाग के प्रधान लिपिक उपेंद्र ने बताया कि ग्रामीणों के मुताबिक कुछ दिन पहले गांव के समीप से गाड़ी की चोरी हो गयी थी. इसी गलत फहमी में ग्रामीण परिवहन दल को संदिगध समझ कर चोर चोर का शोर करने लगे थे.उन्होंने किसी प्रकार की मारपीट और हमले की घटना से इंकार किया है.
पेंशनर समाज का अधिवेशन आयोजित
राजगीर. अनुमंडलीय पेंशनर समाज का वार्षिक एकदिवसीय अधिवेशन का आयोजन अजातशत्रु किला मैदान के समीप स्थित गढ महादेव मंदिर के प्रांगण में शनिवार को किया गया. जिसका उद्घाटन पेंशनर समाज राजगीर के अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद व सचिव कामेश्वर प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. वहीं राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त डा० जयनंदन पांडेय ने अपने मंगलाचरण से कार्यक्रम का शुभारंभ कर पेंशनरों का उत्साहवर्ध्दन किया.
अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद ने कहा कि वर्तमान मे पेंशनर समाज की दशा व दिशा को लेकर किये जाने वाले वार्षिकोत्सव के दौरान वार्षिक प्रतिवेदन की प्रस्तुति कर उसकी समीक्षा की जाती है. वहीं उन्होंने केंद्र सरकार के पेंशन धारियों के तर्ज पर 1 जनवरी 2016 से सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा के आलोक में पेंशन के निर्धारण की मांग को न्यायोचित बताया.