शेखपुरा : सोने का अंडा देनेवाली कहावत के लिए मशहूर जिले का पत्थर उद्योग इन दिनों अवैध कारोबार का मुख्य केंद्र बिंदु बनता जा रहा है. खास कर अरियरि प्रखंड में रंका पहाड़ी में अवैध उत्खनन का कारोबार जोरो पर हैं. पहाड़ों से पत्थर की चोरी कर माफिया महादलित मजदूरों से गिट्टी तुड़वा रहे हैं. […]
शेखपुरा : सोने का अंडा देनेवाली कहावत के लिए मशहूर जिले का पत्थर उद्योग इन दिनों अवैध कारोबार का मुख्य केंद्र बिंदु बनता जा रहा है. खास कर अरियरि प्रखंड में रंका पहाड़ी में अवैध उत्खनन का कारोबार जोरो पर हैं. पहाड़ों से पत्थर की चोरी कर माफिया महादलित मजदूरों से गिट्टी तुड़वा रहे हैं.
औने- पौने भाव में बेचने के बावजूद यहां प्रति माह लाखों के अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है. लंबे अरसे से लगातार जारी रंगा पहाड़ी में अवैध उत्खनन को लेकर दूर- दूर से घर ढलाई के लिए गिट्टी के खरीदावाल यहां पहुंच रहे हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि चांदी और रंका पहाड़ी का पत्थर मजबूती के लिए खास रूप से मशहूर है.
ऐसा नहीं कि पहाड़ी भूखंडों में अवैध उत्खनन की जानकारी स्थानीय अरियरि पुलिस को नहीं है. खबर यह है कि इस कारोबार में शामिल एक दर्जन मुख्य कारोबारी स्थानीय पुलिस को प्रति माह नजराना पहुंचा कर इस कारोबार को खुलेआम अंजाम दे रहे हैं. हालांकि बड़ी बात यह है की कुछ ही दूरी पर स्थित चांदी पहाड़ी जो कि बड़े एरिया में फैला हुआ है. वहां स्थानीय पुलिस और ग्रामीण की मुस्तैदी से अवैध उत्खनन का नामोनिशान नहीं है.
क्या है कारोबार की स्थिति
जिले अरियरि प्रखंड के रंका पहाड़ी में मोरंग के बीच जीवित पत्थरों का सतह है. इस पत्थर को मजदूर खंती लगा कर आसानी से पत्थर की खुदाई करते हैं. इसके बाद पत्थर माफिया पहाड़ी चोटी से ट्रैक्टर की ट्राॅली से पत्थर की ढुलाई कर नीचे लाते हैं. पहाड़ी भूखंड के दक्षिण और पूरब दिशा में ढेर लगा कर मजदूरों से गिट्टी की तोड़ाई करते हैं. इस कारोबार में पत्थर माफियाओं को पुलिस अथवा अधिकारियों का कोई खौफ नहीं है.
लाखों के खनन राजस्व का नुकसान
जिले में रंका पहाड़ी में अवैध उत्खनन से विभाग को लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है. पूर्व में रंका पहाड़ी की बंदोबस्ती वर्ष 2001 एवं 2006 में किया गया था, लेकिन इसके बाद विभाग ने पहाड़ी भूखंड की चारों ओर आबादी के मद्देनजर उक्त पहाड़ी भूखंड की बंदोबस्ती पर रोक लगा दी थी. बावजूद माफिया और पुलिस से मिलीभगत का दावा कर अवैध उत्खनन को अंजाम दे रहे हैं. इस कारोबार में पत्थर माफिया की सक्रियता से विभाग के अधिकारी अनजान है.
लापरवाही बरदाश्त नहीं
जिले में अवैध उत्खनन का मामला गंभीर है. इस मामले में किसी स्तर पर लापरवाही बरदाश्त नहीं की जायेगी. रंका में अवैध उत्खनन के मामले की उच्चस्तरीय जांच करायी जायेगी. जिम्मेवार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
दिनेश कुमार, जिलाधिकारी, शेखपुरा