रेलवे के बड़ी संख्या में कर्मी होंगे शामिल
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केंद्रीय कर्मियों की हड़ताल का समर्थन
रेलवे के बड़ी संख्या में कर्मी होंगे शामिल शेखपुरा : 11 जुलाई से केंद्रीय कर्मचारियों के प्रस्तावित हड़ताल का समर्थन राज्य सरकार के कर्मी करेंगे. सातवें वेतन आयोग के लागू करने के विरोध में केंद्रीय कर्मी हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है, जिसमें रेलवे के बड़ी संख्या में कर्मी भी शामिल हैं. हालांकि बिहार […]
शेखपुरा : 11 जुलाई से केंद्रीय कर्मचारियों के प्रस्तावित हड़ताल का समर्थन राज्य सरकार के कर्मी करेंगे. सातवें वेतन आयोग के लागू करने के विरोध में केंद्रीय कर्मी हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है, जिसमें रेलवे के बड़ी संख्या में कर्मी भी शामिल हैं. हालांकि बिहार सरकार के कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल नहीं होंगे.
हड़ताल लंबा खिंचने पर हड़ताल में शामिल होने पर विचार किया जायेगा. ये बातें रविवार को बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय महामंत्री राजकिशोर राय ने कही. वे यहां टाउन हॉल में आयोजित बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला सम्मेलन का उद्घाटन कर रहे थे. अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार निजीकरण के अंधी दौड़ में सरकारी कर्मचारियों के हितों को नजरअंदाज कर रही है.
केंद्र व राज्य सरकार में भी कमी आयी है. जिला इकाई के इस सम्मेलन के आयोजन में बिहार राज्य चिकित्सा व जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के महामंत्री विश्वनाथ सिंह,संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार यादव, संयुक्त मंत्री रामस्वारथ सिंह, संघर्ष संयुक्त मंत्री संजय कुमार, पटना प्रमंडल के दिनेश कुमार, कर्मचारी महासंघ के संयुक्त सचिव तथा पंचायत सेवक के महामंत्री मोहन मुरारी, चिकित्सा संघ के प्रमंडलीय मंत्री किरण कुमारी,
खगड़िया के प्रमोद कुमार, बेगुसराय के मथुरा ठाकुर के साथ-साथ स्थानीय नेता अनिल कुमार, सुशांत कुमार, शशिभूषण पांडेय, दिनेश कुमार, दुर्गा प्रसाद के अलावा जिला पेंशनर समाज के अध्यक्ष सत्यनारायण प्रसाद सिंह, महासचिव सीताराम सिंह, रामचंद्र प्रसाद सिंह सहित पूरे जिले से स्वास्थ्य कर्मी महिला और पुरुष इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए टाउन हॉल में जमा हुए थे.
बहुत पहले से चल रही थी सम्मेलन की तैयारी
स्वास्थ्य कर्मचारियों के पंचम जिला सम्मेलन की तैनाती बहुत पहले ही शुरू कर दी गयी थी. जिला स्तर पर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दूर-दूर से आने वाले प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए समिति का गठन किया गया था. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग से अलग भी सरकारी कर्मचारियों और सेवानिवृत्त कर्मचारी तथा जिला पेश्ंान समाज के सदस्यों को भी सम्मेलन में भाग लेने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था. सम्मेलन में पूरे दिन बाहर से आये प्रतिनिधि तथा स्थानीय प्रतिनिधि गरमागरम बहस करते रहे.
सरकार के खिलाफ जम कर बरसे कर्मी :
बिहार राज्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पांचवें जिला सम्मेलन में कर्मी सरकार पर जम कर बरसे. सरकार के निजीकरण की दौड़ तथा संविदा के आधार पर कर्मचारियों को बहाल कर काम चलाने की प्रवृत्ति पर भी रोक लगाने की मांग उठायी गयी. टाउन हॉल में आयोजित इस सम्मेलन को दो सत्र में विभाजित किया था. प्रथम खुला सत्र का उद्घाटन बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ के महामंत्री राजकिशोर राय ने की तथा वे केंद्र सरकार की नीतियों पर करारा प्रहार किया.
रक्षा सहित अन्य स्थानों पर विदेशी निवेश की कड़ी आलोचना की तथा रेलवे कर्मचारी सहित अन्य केंद्रीय कर्मचारी के सातवें वेतन आयोग से असंतुष्टि को भी विस्तार से समझाया और उनके 11 जुलाई को प्रस्तावित हड़ताल को नैतिक समर्थन देने का आह्वान किया.
वहं प्रतिनिधि सत्र का उद्घाटन बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के महामंत्री विश्वनाथ सिंह ने किया. उन्होंने इस सत्र में सरकारी कर्मचारियों के वेतनमान में बरती जा रही विसंगतियों की चर्चा की तथा इसे दूर करने पर जोर दिया. उन्होंने कर्मचारी को अपने हितों क लिए सदैव तत्पर रहने का आश्वासन दिया.
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