शेखपुरा : विद्यालयों में नवम कक्षा के नामांकन को लेकर गुरु जी को नजराना चढ़ाने की व्यवस्था से स्कूली छात्र-छात्राएं हलकान है. विद्यालयों में नामांकन के नाम पर प्रत्येक छात्र-छात्राओं से 500 की वसूली की जा रही है. इसी मामले में अरियरी प्रखंड के उच्च विद्यालय ससबहना में नामांकन के लिए दर्जनों छात्र-छात्राएं पिछले एक सप्ताह से विद्यालय का चक्कर लगा रही हैं.
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नवम में दाखिले के लिए मांगे जा रहे हैं “500
शेखपुरा : विद्यालयों में नवम कक्षा के नामांकन को लेकर गुरु जी को नजराना चढ़ाने की व्यवस्था से स्कूली छात्र-छात्राएं हलकान है. विद्यालयों में नामांकन के नाम पर प्रत्येक छात्र-छात्राओं से 500 की वसूली की जा रही है. इसी मामले में अरियरी प्रखंड के उच्च विद्यालय ससबहना में नामांकन के लिए दर्जनों छात्र-छात्राएं पिछले एक […]
लेकिन, यहां विद्यालय प्रबंधन के द्वारा नामांकन के नाम पर 500 रुपये जमा कराने की बात कहीं जा रही है. नजराना वसूलने के लिए कभी नामांकन समाप्त होने की बात कहीं जा रही है तो कभी विद्यालय में एचएम नहीं होने का हवाला दिया जाता है.
ऐसी परिस्थिति में उच्च विद्यालय में नामांकन के लिए चक्कर लगा रहे स्थानीय छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटकने लगा है. मंगलवार को विद्यालय में पहुंचे ससबहना गांव के मोहन कुमार, विवेकानंद कुमार, घुसकुरी गांव के नीरज कुमार, मोनू कुमार, करीमा बिगहा के प्रियांशी कुमारी, लटकाना के अनिता कुमारी, जंगली बिगहा के नेहा कुमारी, मसोढ़ा के मनीता कुमारी, रोशनी कुमारी ने विद्यालय प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाये हैं.
मौके पर छात्र-छात्राओं ने कहा कि नामांकन के लिए जब वे मंगलवार को 10:00 बजे विद्यालय पहुंचे, तब विद्यालय में ताला बंद पाया. इसके पूर्व यहां नामांकन के लिए जब सुरेश चौधरी से मिले तब उन्होंने आदेशपाल सुनील कुमार से मिलने को कहा. इस दौरान सुनील कुमार ने नामांकन के नाम पर पांच सौ रुपये की डिमांड की. छात्र-छात्राओं ने बताया कि नवम कक्षा में नामांकन के लिए 115 रुपये की राशि निर्धारित है.
लेकिन उक्त कर्मी के द्वारा पांच सौ रुपये मांगे जाने की शिकायत जब विद्यालय के एचएम से की गयी, तब उन्होंने भी उक्त राशि नहीं देने पर नामांकन नहीं करने की बात कह दी. मौके पर छात्र-छात्राओं ने यह भी कहा कि जिले के अंदर उच्च विद्यालय में नामांकन के नाम पर छात्र-छात्राओं से अधिक राशि वसूली का खेल बड़े पैमाने पर जारी है. लेकिन, जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
शिक्षा व्यवस्था चौपट रहने का आरोप
उच्च विद्यालय ससवहना में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गयी है. इस मौके पर स्थानीय परिजन व जदयू नेता डॉ संतोष कुमार एवं माले नेता कमलेश कुमार मानव ने बताया कि विद्यालय के एचएम की मनमानी की वजह से नियमित रूप से यहां स्कूल भी नहीं खोला जा रहा.
उन्होंने बताया कि विद्यालय में तत्कालीन एचएम रीना रानी साह की मनमानी के कारण वरीय शिक्षक बनारस रविदास के जगह अप्रशिक्षित शिक्षक सुरेश चौधरी को प्रभारी बनाया गया.
इतना ही नहीं विद्यालय के सर्वेसर्वा के रूप में आदेशपाल सुनील कुमार के हाथों में सौंप दिया गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि विद्यालय के खुलने और बंद होने का कोई समय निर्धारित ही नहीं है. ऐसी परिस्थिति में यहां शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गयी है. बड़ी बात यह है कि कई बार इस दिशा में जिला प्रशासन को इस स्थिति से अवगत कराया गया. लेकिन विद्यालय की स्थिति में कोई सुधार नहीं आ सका.
क्या कहते हैं अधिकारी
उच्च विद्यालय ससबहना के प्रभारी प्रधानाध्यापक सुरेश चौधरी के विरुद्ध कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं. शिकायतों की जांच के लिए टीम भी विद्यालय भेजी गयी. लेकिन, एचएम वहां अनुपस्थित पाये गये. इस दौरान न ही किसी प्रकार की कोई जानकारी दी जा सकी. ऐसी परिस्थिति में उनके विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा आरडीडी से की गयी है.
नंदकिशोर राम, डीइओ, शेखपुरा
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