शेखपुरा : तीन साल में जल आपूर्ति की योजना की पाइप लाइन का काम पूरा नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने ठेकेदार के मुंशी को घंटों बंधक बनाये रखा. इस दौरान ग्रामीण ठेकेदार ने निर्माण कार्य पूरा करने के लिए डेडलाइन जानना चाह रहे थे. ठेकेदार द्वारा दी सूचना पर कुसुंभा ओपी पुलिस मौके पर […]
शेखपुरा : तीन साल में जल आपूर्ति की योजना की पाइप लाइन का काम पूरा नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने ठेकेदार के मुंशी को घंटों बंधक बनाये रखा. इस दौरान ग्रामीण ठेकेदार ने निर्माण कार्य पूरा करने के लिए डेडलाइन जानना चाह रहे थे. ठेकेदार द्वारा दी सूचना पर कुसुंभा ओपी पुलिस मौके पर पहुंची, जहां ग्रामीणों की वास्तविक मांग को देखकर मुंशी को ग्रामीणों से मुक्त करा दिया. मुंशी चेवाड़ा प्रखंड निवासी अजीत कुमार है. ग्रामीणों ने कहा कि कोसुम्भा की ग्यारह सौ से अधिक परिवारों को जलापूर्ति योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए सरकार द्वारा लगभग 45 लाख रुपये से अधिक की योजना का क्रियान्वयन किया जाना था.
इसके लिए जलमीनार, बोरिंग एवं सोलर सिस्टम को लगा दिया गया. लेकिन अब तक पाइप लाइन का कार्य पूरा नहीं होने की स्थिति में ग्रामीणों के समक्ष जल संकट एक गंभीर समस्या नहीं है.
पानी के लिए भटकते हैं ग्रामीण : कोसुंभा गांव में जल संकट है. गांव के लिए पांच सरकारी चापाकल ही चालू है. इस स्थिति को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में सूरज कुमार, कपिल प्रसाद, टुनटुन कुमार, संजय पासवान एवं उप सरपंच ने अरविंद कुमार ने बताया कि गांव के सरकारी चापाकलों की स्थिति भी दयनीय है. ऐसी स्थिति में जल संकट बरकरार है.
गुजरात की कंपनी करा रही काम : गांव में जलापूर्ति योजना का क्रियान्वन गुजरात के वीआईए नामक कंपनी के हाथों में है. संवेदक पर शिथिलता का आरोप लगाते हुए स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि तीन सालों से गांव में पानी आपूर्ति के लिए पाइप लाइन का काम पूरा नहीं किया जा सका है. पाइप लाइन बिछाने के लिए गांव की कई पक्की गलियों को खोदकर भी रख दिया गया.
क्या कहते हैं अधिकारी
कुसुंभा गांव में जल आपूर्ति के निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय असामाजिक तत्वों द्वारा बाधा उत्पन्न करने की शिकायत मिली है. इस मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से बातचीत की जा रही है. निर्माण कार्य की दिशा में पहल की जायेगी
विजय कुमार, कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी, शेखपुरा