अरियरी(शेखपुरा) : अरियरी के वृंदावन गांव में नाला निर्माण कार्य में मनमानी के खिलाफ भाकपा माले नेता और ग्रामीणों ने कसार ओपी का घेराव किया गया. इस मौके पर पार्टी के जिला सचिव विजय कुमार विजय व प्रखंड सचिव कमलेश कुमार मानव ने अंचलाधिकारी अनुज कुमार व कसार ओपी प्रभारी सुरेश रजक पर जिला पर्षद सदस्य पति दिलीप मतों से मिलीभगत कर योजना की आड़ में बंदरबांट का आरोप लगाया. मौके पर आक्रोशितों ने कहा कि जिस जमीन पर नाले का निर्माण कराया जा रहा है.
वह जमीन वास्तव में राजेश राय की रैयती जमीन है. जिसे अंचलाधिकारी बार-बार उक्त जमीन को आम गैरमजरूआ जमीन बताने पर तुले हुए हैं. वक्ताओं ने कसार ओपी पुलिस पर भी मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि उपर्युक्त नाले के निर्माण का विरोध करने के पश्चात कसार पुलिस ने भी ग्रामीण महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया. उन्होंने कहा कि अगर नाले का निर्माण कार्य उक्त जमीन पर से नहीं रोका गया तो अंचल कार्यालय से लेकर जिला मुख्यालय का भी घेराव किया जायेगा.
भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने मौके पर जिला पर्षद सदस्य पति दिलीप महतो के द्वारा पोखर के जमीन पर अवैध तरीके से मकान बनाने का भी आरोप लगाया है. आक्रोशितों ने कहा कि जिला पर्षद सदस्य पति के द्वारा पोखर के जमीन पर अवैध तरीके से मकान बना लिया गया है. अंचलाधिकारी इसकी जांच कर उपर्युक्त मकान को तोड़कर पोखर को अतिक्रमण मुक्त किया जाये. साथ ही उन्होंने कहा कि गांव के अंदर विवादित जमीन पर जो नाले का निर्माण कराया जा रहा है.
उसकी योजना को भी ग्राम सभा में पारित नहीं कराया जा सका है जो संदेहास्पद है. गौरतलब हो कि शनिवार के दिन उपर्युक्त नाले के निर्माण को लेकर ग्रामीणों द्वारा वृंदावन गांव में विरोध किया गया था. जिसके पश्चात ग्रामीणों ने जम कर हंगामा मचाया था. जिसके पश्चात मौके पर पहुंची पुलिस ने पार्टी कार्यकर्ताओं की मानें तो, ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार भी किया था. हालांकि इस संबंध में कसार ओपी प्रभारी सुरेश रजक ने अपनी प्रतिक्रिया में बताया कि जमीन से संबंधित मामले को अंचल अधिकारी के पास रखना चाहिए. जमीन से संबंधित मामले का निपटारा अंचलाधिकारी के पास अधिकार है. एक सवाल के जवाब में ओपी प्रभारी ने बताया की पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार करने का लगाया गया आरोप बिल्कुल ही निराधार है. पुलिस के द्वारा किसी भी प्रकार से ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार नहीं किया गया.