बरबीघा (शेखपुरा) : जीतीया व्रत को अपने मायके में मनाने की जिद पर ससुराल आये दामाद की लाश 24 घंटे के बाद नगर क्षेत्र के ढकनिया पोखर के पास मिलने से मृतक के ससुराल में कोहराम मच गया. पटना के लोहानीपुर मुहल्ला निवासी प्रदीप कुमार के बेटे दिलीप कुमार की शादी क्षेत्र के फैजाबाद मुहल्ले के राजेंद्र राम की प्रथम सुपुत्री से हुई थी.
वह 13 सितंबर को पति के साथ अपने मायके आयी थी. परिजनों ने बताया कि दिलीप कुमार पत्नी को पहुंचा कर अपने पुस्तक प्रकाशन के कार्य की देखरेख करने के लिए वापस चला गया और फिर से अपनी पत्नी को ले जाने के लिए विश्वकर्मा पूजा के दिन आया. पान खाने के लिए कह कर श्री कृष्ण सिंह चौक पहुंचने के बाद वह ससुराल नहीं लौटा. परिजनों ने बताया कि उसका मोबाइल रिंग होता रहा, परंतु रात भर और अगले दिन सोमवार को भी नहीं मिलने पर उसकी तलाश शुरू की गयी,
लेकिन पोखर के पास संदिग्ध अवस्था में एक व्यक्ति की लाश मिलने की सूचना पर जब लोग पहुंचे, तो दामाद की लाश को देखकर ससुराल व मुहल्ले में कोहराम मच गया. थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर नवीन कुमार ने बताया कि मृतक के शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं है, परंतु नाक से खून निकला है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही सच्चाई का पता चल पायेगा. इधर, परिजनों ने मृतक के पॉकेट से 2320 रुपये नकद प्राप्त किया, जबकि उसके मोबाइल के गायब हो जाने की सूचना दी गयी है.