रून्नीसैदपुर : रून्नीसैदपुर में जहां एक ओर अब तक धान क्रय की शुरूआत भी नहीं हो सकी है, वहीं दूसरी ओर सहकारिता विभाग ने प्रखंड के 11 पैक्सों को धान क्रय से वंचित कर दिया गया है. लिहाजा किसानों की परेशानी बढ़ गई है. एक तो धान क्रय के लिए आनलाइन निबंधन की प्रक्रिया में इलाके के किसान उलझे थे, अब 11 पैक्सों के धान क्रय पर रोक लगाए जाने के बाद किसानों की आपाधापी बढ़ गई है. रून्नीसैदपुर का इकलौता व्यापार मंडल पूर्व से ही मृतप्राय: है.
अगस्त 2012 मे हुए चुनाव के बाद से व्यापारमंडल के प्रबंध कार्यसमिति समिति की बैठक तक नहीं हो सकी है. जबकि प्रखंड के कुल 33 पैक्सों में से 11 को धान क्रय से अलग कर दिया गया है. सहकारिता विभाग ने मात्र 22 पैक्सों को इलाके के 1,552 किसानों से कुल 33 हजार क्विंटल धान की खरीदारी का लक्ष्य दिया है. प्रबंध समिति सदस्यों के विवाद में फंसे ओलीपुर सरचहिया पैक्स के कारोबार पर डीसीओ के आदेशानुसार जनवरी 2016 से रोक लगी हुई है. लिहाजा इस पैक्स को धान की खरीदारी से अलग रखा गया है. गुरूदह उर्फ गौसनगर व टिकौली पैक्स को बीसीओ अजय कुमार ने निष्क्रिय पैक्स की श्रेणी वाली सूची में डाल दिया है. जबकि कौड़िया लालपुर, मोरसंड, रून्नीसैदपुर उत्तरी, बरहेत्ता, देवना बुजुर्ग, महिंदवारा, तिलक ताजपुर व रून्नीसैदपुर दक्षिणी पैक्स को 31मार्च 2015 तक अंकेक्षण नहीं कराये जाने के कारण धान क्रय से वंचित कर दिया गया है.