नानपुर : प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में लाखों खर्च कर निर्माण कराये गये शौचालय का बुरा हाल है. शौचालय से निकलने वाले बदबू के चलते बच्चे खुले में शौच जाने को मजबूर है. बता दें कि हाल ही में डीएम राजीव रौशन द्वारा एक मुहीम चलाकर प्रखंड को खुले में शौच से मुक्त करने की घोषणा की थी.
मवि भेटुआ की बात करें तो विद्यालय में करीब 700 बच्चे नामांकित हैं, जिसमें से करीब 300 से भी अधिक छात्राओं की संख्या है. विद्यालय में एकमात्र शौचालय काम का रह गया है, वह भी साफ-सफाई के बगैर बेकार पड़ा हुआ है. स्कूल की छात्राओं को भी खुले में शौच जाना मजबूरी बनी हुई है. छात्रा नेहा कुमारी व जुली कुमारी समेत अन्य छात्राओं ने बताया कि स्कूल का शौचालय काफी दिनों से भरा हुआ है,
जिसकी सफाई नहीं करायी जा रही है. ऐसे में लोकलाज को ताक पर रखकर खुले में शौच जाना मजबूरी है. इस संबंध में प्रधान शिक्षिका रीता कुमारी कुछ भी बताने से परहेज रखी.