शिवहर : दीपावली सुख-शांति व समृद्धि के साथ ही साफ-सफाई का त्योहार अंंधकार पर प्रकाश की विजय का पर्व है दीपावली.अक्सर लोग दिवाली के उत्साह में उन चीजों को नजर अंदाज कर देते हैं, जो नहीं करना चाहिए.दीपक में घी व सरसों तेल की जगह केरोसिन का उपयोग करते हैं. वहीं पटाखे की आतिशबाजी में इतना उत्साहित हो जाते है
कि पर्यावरण को प्रदूषित कर क्षति पहुंचाने से भी परहेज नहीं करते हैं.
इस बार की दीपावली कैसी हो इसको जानने के लिए (प्रभात खबर) की टीम ने जब डीपीएस के बच्चों से मुलाकात कर पूछा कि इस बार की दीपावली वे कैसे मना रहे हैं.तो उन्होंने बताया कि इस दीपावली में पर्यावरण की सुरक्षा के साथ ही किसी व्यक्ति को नुकसान नहीं
पहुंचाएगे.अबकी दिवाली देशभक्ति वाली पूरी आस्था के साथ मनाएंगे. वही पर्यावरण की रखवाली के लिए दूसरे छात्रों को पर्यावरण सुरक्षा के मद्देनजर दिवाली मनाने के लिए जागरूक करेंगे.घरों में रंगोली सजाएंगे और दोस्तों व पड़ोसियों में मिठाई बांट कर खुशी मनाएंगे.
कक्षा दस व नौ की छात्रा अनुजा कुमारी ने बताया कि दिवाली खुशियों का त्योहार है.
पर्यावरण की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए पटाखे नहीं फोड़ने की सलाह घर व पड़ोसियों को देंगे. कहा कि दीपक में सरसों तेल का उपयोग करेंगे.
अरिपता कुमारी ने बताया कि दिवाली के दिन घर व आसपास की सफाई के साथ ही आकर्षक रंगोली सजाएगी और घर के अन्य बच्चों को पटाखे नहीं फोड़ने की सलाह देगी साथ ही बच्चों में मिठाई बांट कर खुशी बनाऐंगे.
तान्या सिंह ने बताया कि तेज आवाज वाले पटाखे काफी नुकसान दायक होते हैं. हार्ट के मरीजों के लिए जान लेवा भी है. इसके साथ ही इस तरह के पटाखे से पर्यावरण को खतरा है. हम ऐसे पटाखों से दूर रहने का संकल्प लेते हैं.
सुरभी कुमारी ने बताया कि दीपावली में घर को सजाने के लिए दीपक में केरोसिन तेल के बदले बल्ब,घी व सरसों तेल का उपयोग करेंगे साथ ही पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए उसने पटाखे नहीं छोड़ने का संकल्प लिया है.
रिमझिम कुमारी,रुची रानी ने बताया कि पर्यावरण की रक्षा के लिए जरूरी है कि हर कोई सजग रहे.दिवाली ही नहीं,अन्य दिनों में भी इसको लेकर जागरुक होना होगा. इसके लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाने की जरुरत है.नहीं तो खतरा और बढ़ता जाएगा.
अनुपम कुमारी,जनुतुम ने बताया कि पर्यावरण को सुरिक्षत रखने के लिए पटाखे को हाथ भी नहीं लगाऐंगे और घर के सदस्यों को एक पौधा लगाने की सलाह देंगे.प्रदूषण से कई तरह की बीमारी उत्पन्न होती है.इसको बचाने के लिए हम सभी को संकल्प लेना चाहिए.
नवनीधि कुमारी,दिक्षा गुप्ता ने कहा कि दिवाली खुशियों का त्योहार है.घर के आसपास के स्थानों को साफ-सफाई करना चाहिए.स्वच्छ वातावरण में ही ईश्वर का वास होता है.भगवान गणेश व माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर खुशी से मनाऐंगे.
हिना तरनुम,निशा कुमारी ने बताया कि दूसरे की खुशी के लिए पटाखे नहीं फोड़ने की संकल्प लेती हूं और पर्यावरण को सुरिक्षत रखने के लिए केरोसिन की जगह घी व सरसों तेल का उपयोग करुंगी.