शिवहर : जिले के वृंदावन मुसहरी गांव में गुरुवार को संत समागम हुआ. जिसमें करीब 200 से अधिक संतों ने भाग लिया. राम ईश्वर राय के आवास पर आयोजित इस संत समागम के दौरान संर्कीतन,कथा प्रवचन,ध्वजा,व भंडारा का आयोजन किया गया. मौके पर गोपलगंज झिगना मठ से आये संत फलहारी बाबा रामप्रिय दास ने कहा बिनु सतसंग विवेक न होई,राम कृपा बिनु सुलभ न सोई. राम की महिमा का बखान करते हुये कहा राम नाम कर अमित प्रभावा,संत पुराण उपनिष दगावा. कहा मानव चौरासी लाख जीवों में सर्वोतम है.
मानव में जिसका लक्ष्य ईश्वर व मोझ को प्राप्त करना है. वह केवल ईश्वर के नाम के जप से मोझ को प्राप्त कर सकता है.कहा राम के जाम का जप मात्र से मानव दैविक, दैहिक व भौतिक बाधाओं को पार कर जाता है. संत रामेश्वर दास ने बताया कि 1978 से उनके आवास पर संत समागम होता है. उनके पिता स्वर्गीय खुबलाल दास ने संत समागम की परंपरा शुरू किया. उसके बाद से प्रत्येक वर्ष यहां संत समागम होता है.कहा कि मुजप्फरपुर बखरी मठ के महंथ राम सनेही दास,
टेंगराहां मठ से फलहारी बाबा समेत 200 संत मौजूद हैं. इस दौरान प्रवचन निमाही के हरेंद्र दास,विन्देश्वर दास,मौलानगर के सुदामा दास,कबीर के प्रवचन कर्ता धनवंतरी देवी के द्वारा दिया जा रहा है.वही राजदेव सहनी,मदनराय,श्यामनंद यादव,महंथ राय, राम सागर दास आदि का भरपुर सहयोग मिल रहा है.संत समागम 21 सितंबर की संध्या से प्रारंभ है.जो 23 सितंबर तक जारी रहेगा. इस दौरान हवन पूजन का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान पूरा वृंदावन संतों के वाणी से भक्ति रस में सरावोर नजर आया. वही धुप अगरवती की सुगंध से सुगंधित नजर आया. मौके पर स्थानीय मुखिया उमेश कुमार सहनी,उपप्रमुख ब्रहृम देव कुमार प्रसाद,अशोक राय समेत कई गण्य माण्य लोग मौजूद नजर आये.इस संत समागम में शिवहर,सीतामढ़ी,मोतीहारी,मुजप्फरपुर समेत कई जिला के संतों ने भाग लिया है.