उदासीनता दाह-संस्कार को तुरंत दिया जाना है नगद तीन हजार रुपये
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गरीबों को नहीं मिल रहे कफन के पैसे
उदासीनता दाह-संस्कार को तुरंत दिया जाना है नगद तीन हजार रुपये महीनों से इस मद में नहीं है एक भी पैसा आवंटन के अभाव में दर्जनों आवेदन हैं लंबित बोखड़ा : प्रखंड की विभिन्न पंचायतों के बीपीएल श्रेणी के लोगों को समय पर कफन के भी पैसे नहीं मिल पा रहे हैं. यानी सरकार दाह-संस्कार […]
महीनों से इस मद में नहीं है एक भी पैसा
आवंटन के अभाव में दर्जनों आवेदन हैं लंबित
बोखड़ा : प्रखंड की विभिन्न पंचायतों के बीपीएल श्रेणी के लोगों को समय पर कफन के भी पैसे नहीं मिल पा रहे हैं. यानी सरकार दाह-संस्कार के लिए पैसे उपलब्ध कराने में विफल हो रही है.
गरीबों को अपने परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु होने पर अपने जेब से अथवा कर्ज लेकर दाह-संस्कार करना पड़ता है. उसके बाद मुखिया के यहां कफन के पैसे के लिए दौड़ लगाना शुरू कर देते हैं. अधिकांश बार मुखिया द्वारा यह कह कर लौटा दिया जाता है कि कबीर अंत्येष्टि योजना मद में पंचायत के खाते में एक पैसा भी उपलब्ध नहीं है.
स्थिति यह है कि कफन के पैसे मृत्यु होने के डेढ़ से दो साल बाद ही मिल पा रहा है. बता दें कि उक्त योजना के तहत मृतक के परिजन को नगद तीन हजार मिलता है. खड़का मुखिया मदन मोहन झा ने बताया कि पूर्व मुखिया के कार्यकाल से ही कफन के लिए आवंटन नहीं मिला है.
पूर्व से 20-25 आवेदन लंबित है तो उनके कार्यकाल में अब तक 20 आवेदन प्राप्त हुए हैं. पैसा नहीं है कि भुगतान किया जाये. कभी-कभी मृतक के परिजन से खरी-खोटी भी सुननी पड़ती है.
चकौती, सिंहाचौड़ी व नया टोल मुखिया क्रमश: ललित कुमार, मो निजामुद्दीन नूर व वीणा देवी ने बताया कि आवंटन के अभाव में दर्जनों आवेदन लंबित है. इस सच्चाई को प्रमुख हुकूमदेव नारायण यादव ने भी स्वीकार किया. बताया कि इस संबंध में बीडीओ से बात कर जिला को लिखा जायेगा.
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