शिवहर : मांगों के समर्थन में स्थानीय रामावतार रामदेव महाविद्यालय परिसर में प्राचार्य एवं जिला संयोजक उमेशनंदन सिंह के नेतृत्व में वितरहित शिक्षक संयुक्त मोरचा के तत्वाधान में एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर शिक्षक नेताओं ने कहा कि करीब 20 वर्षों से शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी अपनी सेवा दे रहे है. जिन्हे अभी तक न तो वेतन मिला है. वही उनकी सेवा भी सुरक्षित नहीं है.
जिससे शिक्षक व शिक्षकेतरकर्मी भूखमरी के कागार पर है. वही बिना वेतन पाये ही संवानिवृत हो रहे है. काफी संघर्ष के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अनुदान देने की घोषणा की. काफी मशक्त के बाद तीन चार वर्षों का आधा अधूरा ही अनुदान मिल सका है. वही प्रशासनिक पेंच लगाकर सरकार अनुदान बंद करने के फिराक में है. जिसके विरुद्ध में उपवास कार्यक्रम रखा गया है. इनके मांगों में इंटरमीडियट महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षा कर्मी को वेतन व अन्य सुविधाएं देने, पिछले पांच वर्षों के बकाये भूगतान को देने, सेवा शर्त के निर्धारण के साथ सेवा स्थायी करने, सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन व अन्य सुविधा देने, सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष करने की मांग शामिल है.