पुपरी : अनुमंडल मुख्यालय को नेपाल समेत दर्जनों गांवों से जोड़ने वाली प्रमुख पुपरी – चोरौत पथ जर्जर हो चुकी है. खास कर मधुबनी चौक से लेकर पिरौखर ग्राम तक इस सड़क पर बने गड्ढ़े खतरनाक हो चुके है.
दोपहिया व चार पहिया वाहनों के चालक जान हथेली पर लेकर इस सड़क से यात्रा करने को मजबूर हैं. बताया जाता है कि वर्ष 2007 में पीएमजीएसवाइ योजना के तहत तातिया कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा 7.80 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य शुरू किया गया था, जिसे 2010 में पूर्ण कर लिया गया.
कार्य में अनियमितता व शिथिलता को लेकर स्थानीय कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा हाई कोर्ट में याचिका दायर की गयी. बाद में कोर्ट द्वारा उक्त कंपनी को काली सूची में डालते हुए दंडात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया गया. इधर, करीब दो वर्ष पूर्व जिला पार्षद विश्वनाथ मिश्र समेत अन्य ने विभागीय मंत्री को पत्र भेज कर उक्त सड़क की मरम्मत कराने का आग्रह किया गया, पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं देखी जा रही है.
यहां बाता दें कि यह सड़क पुपरी अनुमंडल मुख्यालय को जोड़ते हुए पुपरी, चोरौत प्रखंड के दर्जनों गांव, मधुबनी जिला के मधवापुर प्रखंड समेत नेपाल का मटिहानी बॉर्डर तक के लाखों लोगों के लिए लाइफलाइन माना जाता है. लोस चुनाव से पूर्व तत्कालीन सांसद रामकुमार शर्मा से मरम्मत की गुहार लगायी गयी थी, पर कोई फायदा नहीं हुआ. पूर्व मुखिया रामसखा चौधरी, कुंदन कुमार, जिपस विश्वनाथ मिश्र व अरविंद कुमार अमित समेत अन्य ने संबंधित विभाग के वरीय अधिकारियों से जल्द मरम्मत की मांग की है.
— कहते हैं अधिकारी
उक्त सड़क की मरम्मती के लिए निविदा निकाली गयी है. प्रक्रिया पूरी होते हीं निर्माण कार्य शुरू कराया जायेगा.
सुरेश कुमार झा, कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग, पुपरी डिवीजन
