मस्तिष्क ज्वार एवं लू से सुरक्षा को लेकर डीएम व सिविल सर्जन गंभीर
शिवहर : जिला पदाधिकारी अरशद अजीज की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गयी. जिसमें डीएम ने सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं को निर्देश दिया कि सुबह छह बजे से नौ बजे तक अपने-अपने पोषक क्षेत्र में घर घर जाकर बच्चों के अभिभावक से मिलकर मस्तिष्क ज्वर के लक्षण बचाव एवं सावधानी के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें जागरूक करें.
उन्होंने कहा कि इंसेफ्लाइटिस का कोई भी मामला सामने आता है तो उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे. डीएम ने कहा कि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिका सभी सेविका एवं सहायिका के साथ बैठक करेंगे. साथ ही उनके सुझाव से संबंधित प्रतिवेदन भी उपलब्ध कराएंगे.
बैठक में डीएम ने सभी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने एटीएस आशा कार्यकर्ता एवं अन्य पंचायत स्तर के कर्मियों को निर्देश दे कि घर घर जाकर अभिभावकों से मिलकर इंसेफ्लाइटिस के लक्षण बचाव एवं उपाय के लिए सावधानियों के संबंध में अवगत कराएं. अभिभावकों से जानकारी प्राप्त करें एवं प्रतिदिन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रतिवेदन प्राप्त कर जिला पदाधिकारी को उपलब्ध कराएंगे. बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को पंचायत के कर्मी मुखिया, वार्ड सदस्य के साथ बैठक कर इंसेफ्लाइटिस से संबंध में लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया.
कहा गया कि लोगों से मिलकर इस रोग के लक्षण बचाव उपाय के तहत सावधानी के बारे में अवगत कराएं. साथ ही सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ अपने क्षेत्र का भ्रमण कर नर्सिंग होम का निरीक्षण करें. इस तरह के मरीज इलाजरत हैं तो उसे सदर अस्पताल भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
बैठक में जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि गंदी बस्ती में जहां सूअर पालन किया जाता है. साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करायें. इंसेफ्लाइटिस या लू की कोई भी जानकारी मिलती है. इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
बैठक में बताया गया कि सभी चिकित्सा पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्र में 24 घंटे बने रहेंगे. अगर किसी भी क्षेत्र में लंबे समय से इलाजरत बच्चा पाया जाएगा एवं उसकी मृत्यु होती है, तो वहां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी जिम्मेवार होंगे.
मस्तिष्क ज्वर के प्रभावित बच्चों के समुचित इलाज के लिए सरोजा सीताराम सदर अस्पताल में व्यवस्था की गयी है. सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि लू के संबंध में भी सभी लोगों को जागरूक करना सुनिश्चित करें. डीएम ने दो टूक शब्दों में कहा कि इंसेफ्लाइटिस और लू के संबंध में प्रतिदिन समीक्षा की जाएगी. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तथा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रतिवेदन के साथ उपस्थित होंगे.
