शिवहर : जमीन की रजिस्ट्री में हो रहे फर्जीवाड़े पर रोक लगाने व लोगों की सुविधाओं के लिए सरकार ने एक अप्रैल से ऑनलाइन दाखिल खारिज की व्यवस्था सभी अंचलों में शुरू की है. लेकिन राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की आधी अधूरी तैयारी के कारण ऑनलाइन तो दूर ऑफलाइन भी दाखिल खारिज नहीं हो पा रही है. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
जमीन रजिस्ट्री होने के बाद म्यूटेशन नहीं होने की चिंता लोगों को सता रही है. हालांकि ऑनलाइन दाखिल खारिज करने की प्रक्रिया जिन जिन अंचलों कार्यालय में शुरू हुई है, वहां पर लोगों ने आवेदन की बौछार लगा दी है. लेकिन इस दिशा में अब तक तकनीकी प्रक्रिया दुरुस्त नहीं की गयी है. जिसके कारण कंप्यूटर ऑपरेटर हो या विभागीय पदाधिकारी लोगों को तकनीकी खराबी होने की बात कह कर काम के निबटारा में देरी किया जा रहा है.
वहीं ऑनलाइन दाखिल खारिज करने के लिए हल्का कर्मचारी से लेकर राजस्व कर्मचारी तक जमीन की रिपोर्ट ऑनलाइन करनी है, लेकिन जमीन का रिकॉर्ड दुरुस्त नहीं होने से जमीन की वास्तविक स्थिति का पता नहीं चल पा रहा है. जिससे जमीन के रिकॉर्ड का सॉफ्टवेयर काम पूरा नहीं होने से परेशानी हो रही है, या फिर कर्मचारियों के पूर्ण दक्ष नहीं होने से ऑनलाइन रिपोर्ट करने में दिक्कत हो रही है. पिपराही सीओ कौशल किशोर सिंह ने बताया कि यहां ऑनलाइन दाखिल खारिज अभी तक प्रारंभ नहीं हुआ है. वही शिवहर सीओ के अनुसार यहां मात्र दो व्यक्ति का ऑनलाइन दाखिल खारिज ही हो सका है.
पुरनहिया सीओ धीरज कुमार ने बताया कि यहां ऑनलाइन दाखिल खारिज का कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है. कहा कि पूर्व में जो डाटा अपलोड किया गया है. उसमें तकनीकी खराबी है. दो बार सुधार किया गया है जो ठीक नहीं हो सका है. संभवत: 15 अगस्त तक ऑनलाइन दाखिल खारिज प्रारंभ हो जायेगा.
तरियानी सीओ के अनुसार तकनीकी समस्या को दूर की जा रही है. ऑनलाइन दाखिल खारिज प्रारंभ नहीं हो सका है. डुमरी कटसरी सीओ मनीष कुमार ने बताया कि प्रखंड में नौ आवेदन प्राप्त हुआ है. किंतु एक भी दाखिल खारिज नहीं हो सका है.
वहीं विभागीय जानकारी एवं कंप्यूटर में किये गये डाटा इंट्री के अनुसार शिवहर में कुल 49 मौजा एवं 76898 जमाबंदी, पिपराही में कुल 25 मौजा एवं 45162 जमाबंदी, तरियानी में कुल 78 मौजा एवं 77098, डुमरी कटसरी में कुल 30 मौजा एवं 37698 जमाबंदी, पुरनहिया में कुल 27 मौजा एवं 31412 जमाबंदी शामिल है. डाटा में खराबी के कारण कंप्यूटर द्वारा जो जानकारी मांगी जा रही है. उससे राजस्व कर्मचारी, अंचल निरीक्षक के साथ साथ अंचलाधिकारी भी अनभिज्ञ हैं. कंप्यूटर में जो खाता, खेसरा, रकवा, मौजा आदि अपलोड किया गया है. उसमें से अधिकांश रजिस्टर टू से नहीं मिल रहा है.
साथ ही म्यूटेशन लिए आवेदन प्राप्ति के बाद अंचलाधिकारी द्वारा जांचोपरांत कंप्यूटर ऑपरेटर को मैसेज को ऑनलाइन दाखिल खारिज के लिए भेजा जाता है. किंतु यह भी बात सही है कि नेटवर्क प्रोवलेम होने के कारण भी ऑनलाइन दाखिला खारिज के कार्य प्रभावित हो रही है.
ऑनलाइन दाखिल खारिज के लिए डीएम गंभीर
डीएम अरशद अजीज ऑनलाइन दाखिल खारिज को लेकर गंभीर है. समीक्षा बैठक में उन्होंने सभी अंचलाधिकारी एवं संबंधित कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए यथाशीघ्र ऑनलाइन दाखिल खारिज शुरू कराने का निर्देश दिया है. किंतु विभागीय कछुए के गति के कारण अभी ऑनलाइन दाखिल खारिज की प्रक्रिया प्रारंभ होने में समय लग सकता है.
अरशद अजीज, डीएम
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