सुरसंड : बाढ़ राहत से वंचित सुरसंड पश्चिमी पंचायत के वार्ड नंबर एक निवासी चंद्रकिशोर प्रसाद ने मुखिया मनोज प्रसाद के विरुद्ध दर्जन भर लोगों का हस्ताक्षरयुक्त आवेदन बीडीओ को दिया है. आवेदक श्री प्रसाद का आरोप है कि वार्ड नंबर एक बाढ़ से ज्यादा प्रभावित हुआ. इस वार्ड में सैकड़ों गरीब व दलित परिवार है, जिन्हें मुखिया की मनमानी के चलते राहत से वंचित होना पड़ा है. पूछे जाने पर मुखिया द्वारा यह कहा जाता है कि जो वोट दिया है उसे राहत मिल गया है.
जब सूची में नाम जोड़ने के लिए आग्रह किया गया तो मुखिया द्वारा एक हजार रुपये की मांग की गयी. इधर बाढ़ राहत से वंचित वार्ड नंबर एक निवासी विकलांग महिला गोदावरी देवी ने भी मुखिया मनोज प्रसाद के विरुद्ध स्थानीय डाक घर से रजिस्ट्री के द्वारा मुख्यमंत्री, आपदा प्रबंधन मंत्री, डीएम, एसडीओ व बीडीओ को आवेदन भेजी है. आवेदिका का आरोप है कि 70% विकलांग होने के बावजूद मुखिया द्वारा उन्हें बाढ़ राहत नहीं दिया गया. जबकि कई कुंवारे समेत एक ही परिवार के चार-चार लोगों को मुखिया द्वारा लाभान्वित कराया गया है.
इस बाबत पूछे जाने पर मुखिया मनोज प्रसाद ने बताया कि कुछ लोग वोट की राजनीति के चलते दुर्भावना से ग्रसित होकर मेरे ऊपर एक हजार रूपये मांगने का गलत आरोप लगा रहे हैं. मेरे विरुद्ध दिए गए आवेदन का बीडीओ द्वारा अविलंब जांच होनी चाहिए. यदि मेरे ऊपर आरोप साबित होता है तो मैं अपने पद से इस्तीफा देने को तैयार हूं और यदि गलत साबित हुई तो आवेदक पर कार्रवाई होनी चाहिए.