अकबरपुर. रोहतास गढ़ पंचायत के प्राथमिक विद्यालय कछुअर का मामला प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा पदाधिकारी से नहीं संभला, तो आखिरकार रोहतासगढ़ के मुखिया नागेंद्र यादव ने लिखित आवेदन देकर जिला अधिकारी से शिक्षकों की समस्या की गुहार लगायी है. मुखिया ने अपने आवेदन में जिलाधिकारी को विद्यालय की वस्तु स्थिति से अवगत करते हुए बताया कि पिछले एक वर्ष से विद्यालय बंद पड़ा है, जबकि वहां चार शिक्षक कार्यरत हैं. कई बार प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से शिकायत करने के बाद वो स्वयं जांच के लिए विद्यालय पहुंचे, जिसके उपरांत वह भी वहां कोई शिक्षक नहीं पाएं और उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस बात की लिखित जानकारी देकर बताया भी है. जिले से भी शिक्षकों को विद्यालय में समय पर जाकर शिक्षा देने की हिदायत की गयी, मगर अब तक किसी तरह का कोई भी शिक्षकों पर असर नहीं हुआ. इससे आदिवासी बहुल गांव कछुअर व चाकडीह के बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है. मुखिया ने जिला अधिकारी को सभी बातों से अवगत कराया और शिक्षक बदलने की बात भी कही. वहीं, जिलाधिकारी ने आवेदन का संज्ञान लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी को बुलाकर फटकार लगाते हुए कहा कि अगर शिक्षक नहीं सुनते हैं, तो उन्हें बर्खास्त करें, और उनकी जगह पर वहां दूसरे शिक्षकों को पढ़ाने के लिए भेजें. ऐसे में देखना यह है कि अब भी विद्यालय की स्थिति सुधरता है या पहले ही जैसा रहता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

