सासाराम सदर. सदर अस्पताल में राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड द्वारा संचालित स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम डीएनबी (डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड) जल्द शुरू होगा. इसको लेकर बुधवार को दिल्ली से पहुंची तीन सदस्यीय टीम ने अस्पताल पहुंच कोर्स शुरू करने के विभिन्न मानकों की जांच की. इसमें टीम ने डीएनबी ब्रॉड स्पेशलिटी पाठ्यक्रम, रोगी संख्या, अनुभवी फैकल्टी, आधुनिक उपकरण, सुसज्जित प्रयोगशालाएं, पर्याप्त प्रशिक्षण सुविधाएं, प्रशिक्षण कार्यक्रम के अलावा कई अतिरिक्त सुविधाओं की जानकारी ली. सिविल सर्जन (सीएस) डॉ मणिराज रंजन ने बताया कि डीएनबी एक स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम है, जो देश में एमडी/एमएस डिग्री के समकक्ष होता है. एनबीइएमएस अपने प्रत्यायित संस्थानों के माध्यम से आधुनिक चिकित्सा के 29 विषयों में डीएनबी ब्रॉड स्पेशलिटी पाठ्यक्रम संचालित होता है. डीएनबी कोर्स के लिए अस्पताल में कुछ विशिष्ट मानक हैं. इनमें पर्याप्त रोगी की संख्या, अनुभवी फैकल्टी, आधुनिक उपकरण, अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाएं और पर्याप्त प्रशिक्षण सुविधा शामिल है. सीएस ने कहा कि तीन वर्ष के डीएनबी कोर्स के लिए पहले जिले के छात्रों को दूसरे जिले व प्रदेशों में नामांकन लेना पड़ता था. लेकिन, डीएनबी कोर्स सदर अस्पताल सासाराम में शुरू होने से सिर्फ रोहतास ही नहीं, बल्कि आसपास के कई जिलाें के छात्र-छात्राओं को चिकित्सीय कोर्स करने में सुविधा होगी.
क्या है डीएनबी कोर्स
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ बीके पुष्कर ने बताया कि डीएनबी एक ऐसा कोर्स है, जो एमबीबीएस के बाद मेडिकल स्पेशलाइजेशन के लिए किया जाता है. यह कोर्स आमतौर पर तीन साल का होता है. इसमें नीट-पीजी परीक्षा के माध्यम से प्रवेश मिलता है. डीएनबी विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञताओं में उपलब्ध है. यह कोर्स कक्षा प्रशिक्षण और नैदानिक विशेषज्ञता दोनों पर केंद्रित है. डीएनबी कोर्स पूरा करने के बाद आप विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में काम कर सकते हैं. डीएनबी और एमडी/एमएस कोर्स में बस यही अंतर है कि डीएनबी करने के बाद छात्रों को बड़े प्राइवेट कॉर्पोरेट अस्पतालों में प्रशिक्षण लेना होता है, जबकि एमडी/एमएस के लिए छात्रों का प्रशिक्षण मेडिकल कॉलेज में कराया जाता है.प्रशिक्षण के अलावा उपलब्ध होनी चाहिए अतिरिक्त सुविधाएं
डीएनबी कोर्स के लिए अस्पताल में एक अच्छी तरह से संरचित और व्यवस्थित प्रशिक्षण कार्यक्रम होना चाहिए, जो छात्रों को डीएनबी कोर्स के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है. अस्पताल में छात्रों को शोध और प्रकाशन के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इसके अलावा अस्पताल में छात्रों को आवास, भोजन व परिवहन की भी व्यवस्था होनी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है