तिलौथू. मां तुतला भवानी के प्रांगण में मंगलवार को हुई लगातार तीन घंटे मूसलाधार बारिश के कारण वॉटरफॉल का इस कदर रौद्र रूप हुआ कि दिनभर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की इंट्री पर वन विभाग ने रोक लगा दी. रेंज ऑफिसर दीपक कुमार सिंह ने बताया पहाड़ी पर हुई मूसलाधार बारिश के कारण पहाड़ी नदियां काफी रफ्तार में चल देती है और इसके कारण मां तुतला भवानी धाम में वॉटरफॉल का इस कदर रौद्र रूप हुआ कि झूला पुल को पूर्णता बंद करना पड़ा व मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गयी. नहीं तो किसी अनहोनी होने से टाला नहीं जा सकता था. वहीं, वन विभाग ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए यह निर्णय लिया. वाटरफॉल का इतना भयावह रौद्र रूप था कि कुंड के आसपास कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. वहीं, वन विभाग के सारे प्राइवेट स्टाफ व सभी वनरक्षी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचाने में लग गये. मौके पर तैनात वन विभाग के एक प्राइवेट स्टाफ दीपक कुमार ने बताया देखते ही देखते मात्र 10 मिनट में वाटरफॉल का ऐसा रौद्र रूप हुआ कि पूरा नजारा ही बदल गया. उन्होंने बताया कि इतना भयावह वॉटरफॉल का रूप हमने 5 वर्षों में नहीं देखा. बताया कि कुंड की बगल में नहा रही तीन महिलाओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. रेंज ऑफिसर ने कहा है कि स्थिति सामान्य हो जाने के बाद श्रद्धालुओं को मंदिर में जाने की छूट दे दी जायेगी तथा उन्होंने सैलानियों से आग्रह किया कि इस बरसात के मौसम में कुंड के इर्द-गिर्द नहाने से परहेज करें व श्रद्धालु वन विभाग का सहयोग करें.
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