फोटो -9- घुसियां खुर्द स्थित मुख्यमंत्री प्रगति यात्रा स्थल. प्रतिनिधि, बिक्रमगंज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के तहत रोहतास जिले के घुसियां खुर्द गांव में आयोजित कार्यक्रम से कुछ किसानों को तत्कालिक लाभ तो हुआ, लेकिन कई किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा. किसानों का कहना है कि मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर की गयी तैयारियों के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो गयीं, लेकिन अब तक न तो किसी अधिकारी ने उनकी सुध ली और न ही मुआवजे को लेकर कोई पहल की गयी है. गांव के किसान रोहित कुमार और राजकुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री का दौरा गौरव की बात थी, लेकिन प्रशासनिक तैयारियों के कारण उनके दो बीघे खेतों में लगे चने, गेहूं और सरसों की फसल पूरी तरह नष्ट हो गयी. हेलीपैड निर्माण के लिए डेढ़ बीघा खेत में लगे चने को जोतवा दिया गया. वहीं, सरसों की फसल प्रशासन ने कटवा दी और बाकी फसलें भीड़ के रौंदने से नष्ट हो गयीं. किसानों का कहना है कि मुख्यमंत्री के जाने के बाद कोई अधिकारी उनकी सुध लेने तक नहीं आया. गांव के जागरूक किसान अमरेंद्र नारायण सिंह मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बाद कुंभ स्नान के लिए निकल गये. उनके समेकित कृषि प्रणाली फॉर्म पर कार्यरत मजदूर गुप्तेश्वर पासवान ने बताया कि मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन ने आनन-फानन में फूल-पौधे लगाये. घाट का निर्माण करवाया और तालाब के पानी में ऑक्सीजन बढ़ाने के लिए एयरेटर (ऑक्सीजन मशीन) लगायी. लेकिन इन सब कार्यों में खर्च हुए पैसे की कोई जानकारी नहीं दी गयी. मुख्यमंत्री के दौरे से गांव में विकास योजनाओं की उम्मीदें जगी हैं, लेकिन किसानों को हुए नुकसान की भरपाई और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार अब भी बड़ा सवाल बना हुआ. एसडीएम अनिल बसाक ने कहा कि जिन किसानों की फसल मुख्यमंत्री की यात्रा के कारण प्रभावित हुई है, उनकी जानकारी जुटायी जा रही है और सभी को मुआवजा दिया जायेगा. पंचायत को मिला विकास कार्यों का आश्वासन घुसियां खुर्द पंचायत के मुखिया विनय प्रकाश चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान जिलाधिकारी ने आरा-सासाराम मुख्य पथ से यात्रा स्थल तक सड़क के कालीकरण का कार्य पूरा करने और इसे काझाई पथ में मिलाने का आश्वासन दिया है. इसके अलावा, पंचायत स्थित उप-स्वास्थ्य केंद्र को जल्द मान्यता दिलाने का भी भरोसा दिया गया है. मुखिया ने कहा कि अब देखना यह है कि ये कार्य कब तक पूरे होते हैं. स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं की कमी सोमवार को घुसियां खुर्द हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पहुंचने पर पता चला कि यहां दो एएनएम की प्रतिनियुक्ति की गयी है. इनमें से एक गीतांजलि कुमारी ने बताया कि अब तक कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) की नियुक्ति नहीं हुई है. मरीजों को उनके लक्षणों के आधार पर दवा दी जा रही है. बीएचएम अशोक कुमार ने बताया कि यह स्वास्थ्य केंद्र अब तक स्वीकृत नहीं हुआ है, लेकिन मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए दो एएनएम की अस्थायी तैनाती की गयी है. कृषि प्रदर्शनी, पराली प्रबंधन पर चर्चा अनुमंडल कृषि पदाधिकारी मधुरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की यात्रा के दौरान घुसियां खुर्द में जिला स्तरीय कृषि प्रदर्शनी और पराली प्रबंधन सहित कई कार्यक्रम आयोजित किये गये. हालांकि, किसानों को कोई विशेष लाभ नहीं मिला. केवल पूर्व की योजनाओं के तहत चयनित किसानों को ही लाभ दिया गया. समेकित कृषि प्रणाली से जुड़े किसान अमरेंद्र प्रताप सिंह को दो सब्सिडीयुक्त एयरेटर दिये गये, जिनकी कीमत करीब दो लाख रुपये है.
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