धान की रोपनी के लिए मजदूरों की तलाश में निकले किसाना
चेनारी.
प्रखंड क्षेत्र के किसानों ने खरीफ फसल की खेती का कार्य प्रारंभ कर दिया है. बारिश के बाद किसानों ने धान की रोपनी के लिए खेतों की जुताई शुरू की है.कुछ किसान स्थानीय मजदूरों से धान की रोपनी करा रहे हैं, तो कुछ किसान कृषि मजदूरों की तलाश में बाहर निकल गये हैं. गुरुवार की सुबह करीब 8:30 बजे शहर के चेनारी बस पड़ाव के पास मिले किसान बबलू सिंह यादव, कमलेश सिंह, ओमप्रकाश सिंह व संतोष कुमार सिंह ने बताया कि हमलोग धान की रोपनी के लिए कृषि मजदूरों की तलाश में मोतिहारी व समस्तीपुर जा रहे हैं. किसानों ने बताया कि रोहिणी नक्षत्र के अंतिम दौर में धान का बिचड़ा डाला था. बिचड़ा तैयार होने में अभी एक सप्ताह का समय लगेगा. इससे पहले हमलोग बाहर से कृषि मजदूरों को तय कर गांव ला देंगे. तबतक खेत की जुताई करने में धान का बिचड़ा भी तैयार हो जायेगा. किसानों ने बताया कि बाहरी मजदूरों से धान की रोपनी कराने में सहूलियत मिलती है. बाहरी मजदूर घर के दरवाजे पर ही रहते हैं. सुबह उठकर धान की रोपनी के कार्य में लग जाते हैं. सिर्फ उन्हें समय पर नास्ता-भोजन कराने की जिम्मेदारी रहती है. किसानों ने बताया कि स्थानीय मजदूरों से रोपनी कराने पर उन्हें हर दिन दरवाजे-दरवाजे जाकर बुलाना पड़ता है.एक सप्ताह बाद मजदूरों की बढ़ जायेगी मांगप्रखंड क्षेत्र में एक सप्ताह बाद धान की रोपनी का कार्य कमोबेश हर क्षेत्र में प्रारंभ हो जायेगा. एक साथ रोपनी का कार्य प्रारंभ होते ही प्रखंड में कृषि मजदूरों की मांग बढ़ जायेगी. जानकारों की मानें तो रोपनी का कार्य प्रारंभ होने के बाद भवन निर्माण व अन्य कार्य प्रभावित हो सकते हैं.
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