जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में पर्यावरण संरक्षण को लेकर हुई संगोष्ठी फोटो-21- गमले के साथ डीएलएड के प्रशिक्षु, शिक्षक व अन्य. प्रतिनिधि, सासाराम ऑफिस जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में सोमवार को पर्यावरण संरक्षण को ले संगोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसकी अध्यक्षता डायट के प्राचार्य नीरज कुमार मौर्य ने किया. उन्होंने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि भीषण गर्मी व लगातार बढ़ते तापमान से हमें यह सीख मिलती है कि यदि अभी भी हम पर्यावरण के प्रति सजग नहीं हुए, तो स्थिति और भयावह हो सकती है. उन्होंने कहा कि पौधारोपण ही एकमात्र ऐसा उपाय है, जिससे असंतुलित पर्यावरण को संतुलित किया जा सकता है. हर व्यक्ति को कम से कम एक पौधा जरूर लगाना चाहिए और तब तक उसकी देखभाल करनी चाहिए, जब तक वह पौधा वृक्ष न बन जाए. सिर्फ पौधे लगा देने से पर्यावरण को सुरक्षित करना मुमकिन नहीं. हम उसकी देखभाल करके ही सचमुच पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा सकेंगे. वहीं संगोष्ठी में प्रशिक्षु शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी अपने वक्तव्यों में पौधारोपण को जरूरी बताते हुए इस तरह की पहल को अन्य संस्थानों तक ले जाने की बात कही. साथ ही साथ डीएलएड प्रथम वर्ष के प्रशिक्षु शिक्षक-शिक्षिकाओं ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार के पौधे और गमले भेंट किए, जिसमें प्रथम व द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षुओं ने संयुक्त रूप से भाग लिया. पौधों व गमलों के वितरण के साथ डायट परिसर में पौधारोपण भी किया गया. यह पहल सभी को पर्यावरण के प्रति अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करती है. पर्यावरण संगोष्ठी में डायट के व्याख्याता मणिराज पांडेय, डॉ पूर्णिमा पांडेय, अमित कुमार सिंह, मोहम्मद इफ्तेखार अहमद सहित आइसीटी शिक्षक अभिषेक तिवारी, नीतीश कुमार, सोनू कुमार व परिचारी योगेंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे.
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