दरियापुर. प्रखंड की नदियों के बांधों और सरकारी सड़कों के किनारे स्थित कीमती जंगली पेड़ों व उनकी डालियों को लोग धड़ल्ले से चोरी-छुपे काट रहे हैं. इस अवैध कटाई से पर्यावरण को नुकसान पहुंचने के साथ-साथ बाँधों के कमज़ोर होने का गंभीर खतरा पैदा हो गया है. आश्चर्य की बात यह है कि इसके बावजूद वन विभाग के अधिकारी मौन धारण किए हुए हैं. प्रखंड की मही, गंडकी व सुखमयी नदियों के तटबंधों पर हज़ारों की संख्या में जंगली पेड़ हैं. कुछ जगहों पर आम, महुआ और शीशम के पेड़ भी हैं, जिन्हें स्थानीय लोगों द्वारा बेरोक-टोक काटा जा रहा है. स्थानीय लोगों का सीधा आरोप है कि वन विभाग के अधिकारी भी पेड़ काटने वालों से मिले हुए हैं. लोगों का कहना है कि अधिकारियों की शह के बिना इस तरह से पेड़ों की बेखौफ़ कटाई संभव नहीं है.
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