छपरा. मंगलवार को सुबह 11 बजे तक घना कोहरा छाया रहा. सुबह के समय तो विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो गयी थी. जिस कारण वाहनों की रफ्तार पर लगभग ब्रेक लग गयी. जिला प्रशासन ने 10वीं तक की कक्षाओं में पठन-पाठन स्थगित करने का निर्देश पूर्व में जारी किया है. ऐसे में स्कूली बच्चों को थोड़ी राहत मिली. लेकिन सरकारी व निजी कार्यालय जाने वाले लोगों, दुकानदारों आदि को कड़ाके की ठंड के बीच अपने कार्य स्थल तक जाते देखा गया. सुबह 9:30 बजे शहर के थाना चौक, साहेबगंज चौक, नगर पालिका चौक, अस्पताल चौक, भगवान बाजार, श्याम चक आदि जगहों पर सन्नाटा पसरा रहा. चाय की दुकानों पर भी अन्य दिनों की अपेक्षा काफी कम भीड़ रही. सरकारी बाजार में भी 11 बजे के बाद ही गतिविधि देखने को मिली. मौना व गुदरी की थोक मंडियों में भी दोपहर तक सन्नाटा पसरा रहा. शहर के सरकारी बस स्टैंड, सांढा बस स्टैंड, नेहरू चौक बस स्टैंड पर भी काफी कम यात्री नजर आये. पटना जाने वाली बसों में यात्रियों की संख्या एकदम घट गयी है. सीवान और गोपालगंज की ओर जाने वाली बसों में भी यात्री ना के बराबर दिख रहे हैं. कई बसें देर से खुल रही है. कड़ाके की ठंड के कारण कई लोग लंबी दूरी की यात्राएं भी रद्द कर रहे हैं. छपरा के सरकारी बस स्टैंड पर बोकारो, धनबाद, टाटा, सिलीगुड़ी, रांची आदि गंतव्य तक जाने वाली लंबी दूरी की बसों में बुकिंग कम हो रही है. कई यात्री जिन्होंने पूर्व में टिकट कराया था. वह अधिक ठंड के कारण यहां आकर अपना टिकट कैंसिल करा रहे हैं.
सदर अस्पताल लाइव@11.30
इस समय कड़ाके की ठंड के कारण सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या घट गयी है. हालांकि मेडिसिन विभाग तथा चाइल्ड वार्ड में मरीज बढ़े हैं. मंगलवार को सुबह नौ बजे से ओपीडी के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर निबंधन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी थी. दो काउंटर पर अलग-अलग कतार लगाकर मरीजों का रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा था. हालांकि अन्य दिनों की अपेक्षा कतार में भीड़ कम नजर आयी. सुबह 11 बजे के बाद ही यहां चहल-पहल बढ़ी. कई विभागों में चिकित्सक भी ठंड के कारण आधे से एक घंटे की देरी से पहुंचे थे. भीड़ कम होने के कारण चिकित्सक के आते ही जितने मरीज थे उन्हें आधे से 1 घंटे के अंदर में अटेंड कर लिया गया. चाइल्ड वार्ड में दोपहर 12:30 बजे तक 64 रजिस्ट्रेशन हुआ था. जिन सभी का इलाज निर्धारित समय पर हो गया. वहीं मेडिसिन वार्ड में भी 174 मरीजों का इलाज किया गया. वहीं दूसरे शिफ्ट में भी अब मरीज धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं. क्योंकि शहरी क्षेत्र के अधिकतर मरीज ठंड होने के कारण दोपहर बाद ही सेकंड शिफ्ट में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. दवा काउंटर पर भी भीड़ दिखी. यहां कई मरीज व उनके परिजन अपना पुराना पर्चा लेकर दवा लेने पहुंचे थे. सदर अस्पताल के प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद भी बीच-बीच में आकर काउंटर पर निरीक्षण कर रहे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

