छपरा. तीन अक्टूबर को हुई अतिवृष्टि ने सारण जिले के किसानों की कमर तोड़ दी है. पहले से ही बाढ़ के प्रकोप से जूझ रहे किसानों के लिए 10 घंटे तक हुई इस लगातार और झमाझम बारिश ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिये और खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया. किसानों को हुए नुकसान को देखते हुए, जिलाधिकारी अमन समीर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी को पूरे जिले से नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट लेने का निर्देश दिया है. जिला कृषि पदाधिकारी ने भी सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को अब तक हुए नुकसान का आकलन कर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है
1500 से अधिक आवेदन प्राप्त
जिला कृषि कार्यालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बाढ़ से नुकसान झेल रहे किसानों के लगभग 1200 आवेदन पहले ही प्राप्त हो चुके थे. तीन अक्टूबर की झमाझम बारिश से हुए नुकसान के लिए आवेदन मांगे जाने के बाद, अब तक कुल मिलाकर 1500 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं. इन सभी आवेदनों की समीक्षा की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दी गयी जानकारी सही है.सोनपुर, दिघवारा और बनियापुर में सबसे अधिक क्षति
जिला कृषि कार्यालय के अनुसार, बाढ़ के कारण पहले से ही सोनपुर अनुमंडल क्षेत्र और सदर अनुमंडल क्षेत्र के कई प्रखंड सबसे अधिक प्रभावित थे. सोनपुर, दिघवारा, बनियापुर, सदर, रिविलगंज, मांझी और अन्य नदी तटीय इलाकों में स्थित प्रखंडों में किसानों को सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ है.जल्द ही मिलेगी मदद
इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी मधुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिले के सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को हुए नुकसान का आकलन करने और रिपोर्ट देने को कहा गया है. रिपोर्ट जल्द ही प्राप्त हो जायेगी. इसके बाद मदद के लिए जो भी प्रक्रिया है, उसे शीघ्रता से पूरी की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

