23.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Chapra News : रमजान के पहले जुमा पर मांगी गयी अमन और तरक्की की दुआएं

Chapra News : शहर के मौला मस्जिद के इमाम मौलाना जाकिर ने अपने संबोधन में कहा कि हजरत सलमान फारसी के हवाले से पैगंबर मुहम्मद ने रमजान को एक बेशुमार बरकत वाला महीना बताया.

छपरा. रमजान के पहले जुमा (शुक्रवार) को छपरा जिले के शहर और ग्रामीण इलाकों में रोजेदार भाइयों ने नमाज-ए-जुमा अदा की और देश की अमन, चैन और तरक्की के लिए दुआ की. मस्जिदों में इस दिन विशेष रूप से रमजान के महत्व और उसकी फजीलत पर ओलेमा-ए-कराम और इमामों ने भाषण दिये और मुसलमानों को इस महत्वपूर्ण इबादत को अदा करने के लिए प्रेरित किया. शहर के मौला मस्जिद के इमाम मौलाना जाकिर ने अपने संबोधन में कहा कि हजरत सलमान फारसी के हवाले से पैगंबर मुहम्मद ने रमजान को एक बेशुमार बरकत वाला महीना बताया. उन्होंने बताया कि रोजा केवल भूख और प्यास का त्याग नहीं, बल्कि इंसान को मुत्तकी (भयमुक्त), विनम्र और नेक बनने का अवसर देता है. रमजान गरीबों की समस्याओं का एहसास कराता है, ताकि सक्षम लोग उनकी मदद करें. वहीं जामा मस्जिद बड़ा तेलपा के इमाम मौलाना रज्जबुल कादरी ने कहा कि रमजान सभी महीनों में श्रेष्ठ है और इस महीने में तरावीह, नवाफिल और दुआओं का अधिक से अधिक अभ्यास करना चाहिए. इसके अलावा मार्कजी जामा मस्जिद अहले हदीस के इमाम मौलाना अब्दुल कादिर ने बताया कि रमजान इबादत और संयम का महीना है, जिसमें इन्सान अपनी इंद्रियों पर काबू पाकर बेहतर जीवन जीने के लिए तैयार होता है. शिया मस्जिद के इमाम-ए-जुमा मौलाना सैयद मासूम रजा ने कहा कि रमजान का महीना कुरआन के नाजिल होने का महीना है और इसे नेकी कमाने और गुनाह से मुक्ति पाने के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण बताया.

सदका-ए-फित्र की राशि 65 रुपये तय

इस अवसर पर शहर के काजी-ए-शहर मुफ्ती मोहम्मद वलीउल्लाह कादरी ने सदका-ए-फित्र की अनिवार्यता पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि रमजान के दौरान हर मुसलमान पर सदका-ए-फित्र अदा करना अनिवार्य है, चाहे वह बच्चा हो या बड़ा. यह दान विशेष रूप से निर्धन और बेसहारा लोगों की मदद के लिए है ताकि वे भी ईद की खुशियों में शामिल हो सकें. उन्होंने कहा कि मर्कजी इदारा-ए-शरिया बिहार की सारण शाखा ने इस वर्ष सदका-ए-फित्र की न्यूनतम राशि 65 रुपये प्रति व्यक्ति तय की है. यह राशि आमतौर पर गेहूं के रूप में दी जाती है, जो इस बार छपरा की अनाज मंडी के हिसाब से दो किलो 47 ग्राम गेहूं के बराबर है. इसके अलावा, सक्षम लोग जौ, किशमिश, खजूर या सूखे मेवे भी दे सकते हैं. मुफ्ती कादरी ने मुसलमानों से अपील की कि वे अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य के लिए, यहां तक कि नाबालिग बच्चों के लिए भी, सदका-ए-फित्र अदा करें.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar News Desk
Prabhat Khabar News Desk
यह प्रभात खबर का न्यूज डेस्क है। इसमें बिहार-झारखंड-ओडिशा-दिल्‍ली समेत प्रभात खबर के विशाल ग्राउंड नेटवर्क के रिपोर्ट्स के जरिए भेजी खबरों का प्रकाशन होता है।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel