छपरा. जिले में शनिवार की रात से लेकर रविवार तक जारी रही बिजली और इंटरनेट सेवा की गड़बड़ी और लगातार बारिश ने सदर अस्पताल की व्यवस्था को चरमरा दिया है. अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं दोहरे संकट में घिर गयीं, जिससे मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी. तकनीकी बाधा के कारण शनिवार की रात से रविवार की दोपहर तक इमरजेंसी विभाग में ऑनलाइन पर्ची नहीं बन सकी. स्वास्थ्यकर्मियों को मैन्युअल पर्ची से ही मरीजों का पंजीकरण करना पड़ा. इस दौरान कुल 70 मरीजों की पर्ची ऑफलाइन काटी गई. इमरजेंसी के अलावा ओपीडी में भी यही स्थिति रही. अचानक सर्वर डाउन रहने और बिजली सप्लाई बाधित होने से अस्पताल कर्मियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वहीं, मरीजों को भी पर्ची कटवाने में अधिक समय लगने से परेशानी झेलनी पड़ी. अस्पताल प्रशासन ने बताया कि बिजली आपूर्ति और इंटरनेट सेवा बहाल होते ही ऑनलाइन पंजीकरण व्यवस्था को फिर से शुरू कर दिया जायेगा. हालाँकि, स्वास्थ्य सेवाओं को बाधित न होने देने के लिए सभी विभागों में मैन्युअल व्यवस्था लागू रखी गयी थी.
बारिश से डायलिसिस, एक्स-रे सेवाएं ठप
जिले में हो रही लगातार बारिश ने छपरा शहर की स्थिति को अस्त-व्यस्त कर दिया है. जलजमाव की समस्या का सीधा असर सदर अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा है. अस्पताल के डायलिसिस, एक्स-रे, सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड विभागों में बारिश का पानी घुस जाने से रविवार को भी ये विभाग पूरी तरह ठप पड़ गये. सबसे अधिक प्रभावित डायलिसिस विभाग रहा, जहां दूरदराज से इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी. कई मरीज रातभर अस्पताल में अपनी बारी का इंतजार करते रहे. विभाग में पानी घुस जाने के कारण सुरक्षा कारणों से मशीनें बंद करनी पड़ीं और डायलिसिस यूनिट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया. जनता बाजार से डायलिसिस के लिए पहुंचे महेश प्रसाद जैसे मरीजों ने बताया कि वे शनिवार की रात से ही विभाग के सामने फंसे हुए हैं. पानी भरे वार्डों और गलियारों में मरीजों को बैठने तक की जगह नहीं मिली. अस्पताल कर्मियों के अनुसार, पंपिंग की व्यवस्था होने के बावजूद बारिश की तीव्रता इतनी अधिक थी कि पानी की निकासी नहीं हो पाई.प्रबंधन ने किया वैकल्पिक व्यवस्था का प्रयास
इसी तरह एक्स-रे विभाग और सीटी स्कैन यूनिट में भी पानी घुस गया, जिससे मशीनों को नुकसान पहुंचने की संभावना बढ़ गयी. तकनीकी कर्मचारियों ने उपकरणों को सुरक्षित स्थान पर रखा और बिजली सप्लाई बंद कर दी ताकि कोई बड़ा हादसा न हो. सदर अस्पताल के प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि जलजमाव हटाने के लिए नगर निगम को सूचना दी गई, जिसके बाद पंप लगाकर पानी निकाला जा रहा है. उन्होंने आश्वासन दिया कि पानी निकलते ही विभागों की सफाई और सैनिटाइजेशन कर कार्य शुरू कराया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि डायलिसिस विभाग के लिए नए जनरेटर की व्यवस्था की गई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

