छपरा. सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली एक बार फिर चर्चा में है. बुधवार को अल्ट्रासाउंड जांच को लेकर मरीजों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. लोगों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन की मनमानी और लापरवाही के चलते यहां प्रतिदिन सिर्फ 20 अल्ट्रासाउंड किये जा रहे हैं, जिनमें 10 पुरुष और 10 महिलाओं की जांच की सीमा तय कर दी गयी है. इस कारण प्रतिदिन सैकड़ों मरीज मायूस होकर लौट रहे हैं. कोई 10 दिन से अल्ट्रासाउंड के लिए चक्कर काट रहा है तो कोई चार दिन से बिना किसी समाधान के इधर-उधर भटक रहा है. मरीजों ने आरोप लगाया कि अस्पताल परिसर में दलाल सक्रिय हैं, जो पैसे लेकर जल्द जांच करा देते हैं. परिजनों ने यह भी बताया कि सुबह से लाइन में लगने के बावजूद अधिकतर मरीजों का नंबर नहीं आता. आक्रोशित लोगों ने अस्पताल प्रबंधन से व्यवस्था में सुधार की मांग की और चेतावनी दी कि यदि जल्द व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गयी तो आंदोलन होगा. इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने दावा किया कि बुधवार को कुल 40 मरीजों का अल्ट्रासाउंड कराया गया है.
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