छपरा. जयप्रकाश विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग ने छात्रहित को ध्यान में रखते हुए कुलपति प्रो परमेंद्र कुमार बाजपेई के निर्देश पर स्नातक व पीजी के छात्रों का प्रोविजनल सर्टिफिकेट ऑनलाइन आवेदन के आधार पर उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है. पहले ऑफलाइन मोड में विभिन्न कॉलेजों तथा विभाग स्तर पर प्रोविजनल सर्टिफिकेट भेजा जाता था. जिसमें काफी समय लग जाता था. कई बार छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी व अन्य जरूरी कारणों से प्रोविजनल सर्टिफिकेट की आवश्यकता पड़ती थी. लेकिन समय पर उपलब्ध नहीं होने से उन्हें परेशानी होती थी और लगातार विश्वविद्यालय का चक्कर लगाना पड़ता था. ऐसे में अब प्रोविजनल सर्टिफिकेट को भी ऑनलाइन अप्लाइ के माध्यम से छात्र-छात्राएं प्राप्त कर सकते हैं.
परीक्षा नियंत्रक डॉ अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि इसके लिए विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर लिंक भी जारी कर दिया गया है. जहां छात्र-छात्राएं अपनी सभी एकेडमी जानकारी को अंकित करेंगे. इसके बाद 100 रुपये शुल्क भी ऑनलाइन मोड में ही जमा होगा. जिसके आधार पर आवेदन करने के अगले एक सप्ताह में प्रोविजनल सर्टिफिकेट रिलीज कर दिया जायेगा. आवेदन का स्टेटस भी छात्र-छात्राएं वेबसाइट पर देख सकते हैं. प्रोविजनल सर्टिफिकेट बनते ही उसकी जानकारी भी वेबसाइट पर डाली जायेगी. इसके बाद छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय जाकर प्रोविजनल सर्टिफिकेट ले सकेंगे.मूल प्रमाण पत्र के लिए भी होता है ऑनलाइन आवेदन
विश्वविद्यालय में मूल प्रमाण पत्र व माइग्रेशन प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन मोड में आवेदन लिया जाता है. विश्वविद्यालय के पोर्टल पर उपलब्ध लिंक पर छात्र-छात्राएं अपनी सभी एकेडमिक जानकारी को अंकित करते हैं. जिसके बाद ऑनलाइन ही 500 रुपये का शुल्क लिया जाता है. वहीं यदि छात्र-छात्राएं 200 रुपये अतिरिक्त देते हैं. तो डाक से उनके घर तक प्रमाण पत्र पहुंचाने की सुविधा भी दी जाती है. ऑनलाइन आवेदन के समय छात्रों को डिग्री मिलने के लिए अधिकतम 30 दिन का टाइम फ्रेम दिया जाता है. लेकिन विषम परिस्थिति में एक सप्ताह के अंदर भी डिग्री रिलीज किया जाता है.अर्जेंट मोड में दो से तीन दिनों में मिल जायेगा सर्टिफिकेट
विश्वविद्यालय में अर्जेंट मोड में भी आवेदनों का निबटारा किया जा रहा है. पीआरओ राजेश पांडेय ने बताया कि सर्टिफिकेट के लिए छात्र-छात्राएं अर्जेंट मोड में भी आवेदन दे सकते हैं. हालांकि उसके लिए उचित कारण प्रस्तुत करना होगा. कई छात्र-छात्राओं को विभिन्न संस्थाओं में काउंसेलिंग व नामांकन करने के लिए अविलंब सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है. वैसे छात्र-छात्राओं को अर्जेंट मोड में आवेदन के साथ शुल्क जमा करना होगा. इसके बाद दो से तीन दिनों के अंदर ही उनका सर्टिफिकेट इश्यू कर दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

