छपरा. बिजली कंपनी के मीटर रीडर संघ ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य में रोजगार देने का दावा करते हैं, लेकिन राज्यभर के मीटर रीडरों की नौकरी संकट में है. नेताओं ने बताया कि वे पहले भी पटना में धरना-प्रदर्शन कर चुके हैं, जिसमें उन्हें 48 घंटे के अंदर जवाब देने का आश्वासन मिला था, लेकिन अब तक कोई सूचना नहीं मिली. उन्होंने कहा कि कोविड जैसी कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने घर-घर जाकर लगातार काम किया और 125 यूनिट मुफ्त बिजली की पर्ची लोगों तक पहुंचायी. 13 वर्षों की सेवा के बाद भी नौकरी छिनने की आशंका से वे काफी आहत हैं. मीटर रीडरों ने सरकार और बिजली कंपनी के अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि आंदोलन के दौरान विभाग की ओर से एफआइआर दर्ज करने की धमकी दी जा रही है और आइडी रद्द करने की प्रक्रिया भी चल रही है, लेकिन वे इससे डरने वाले नहीं हैं. प्रेस वार्ता में नीरज कुमार सिंह, सुनील कुमार, पंकज जी, संतोष कुमार, आनंद प्रकाश, अविनाश कुमार, शैलेंद्र मिश्रा सहित कई सदस्य मौजूद थे. संघ ने कहा कि वे अपनी नौकरी और हक के लिए लड़ाई जारी रखेंगे.
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